Hypertension Diet: हाई ब्लड प्रेशर के मरीज़ों को कभी नहीं खानी चाहिए ये चीज़ें, आज से ही करें परहेज़!
Hypertension Diet अगर आपकी डाइट में नमकीन शुगर और हाई-फैट्स से भरपूर चीज़ें शामिल होती हैं तो ये आपका ब्लड प्रेशर बढ़ा सकती हैं। कई फल और सब्ज़ियां ऐसी हैं जो आपका बल्ड प्रेशर नियंत्रण में रखने में मदद कर सकती हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Hypertension Diet: हाई ब्लड प्रेशर या लो ब्लड प्रेशर, आज घर-घर की बीमारी बन चुकी है और यह किसी को भी हो सकती है। एक बार यह समस्या शुरू हो जाए, तो इसे नियंत्रण में रखना बेहद ज़रूरी हो जाता है। ऐसे में आपका लाइफस्टाइल और ख़ासतौर पर डाइट रक्तचाप पर एक बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं।
अगर आपकी डाइट में नमकीन, शुगर और हाई-फैट्स से भरपूर चीज़ें शामिल होती हैं, तो ये आपका ब्लड प्रेशर बढ़ा सकती हैं। कई फल और सब्ज़ियां ऐसी हैं, जो आपका बल्ड प्रेशर नियंत्रण में रखने में मदद कर सकती हैं, तो वहीं कई ऐसी भी हैं, जो आपकी परेशानी बढ़ा सकती हैं। इसलिए एक खास डाइट प्लान बनाना ज़रूरी है। अगर आप भी हाइ या लो ब्लड प्रेशर की डाइट के बारे में जानना चाहते हैं, तो ये आर्टिकल आपके काम आ सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर के लिए डाइट में क्या-क्या शामिल करें?
गेहूं, मूंग की दाल, मसूर की दाल, सब्ज़ियों में परवल, सिंघाड़ा, टमाटर, लौकी, तोरई, करेला, कद्दू, हरे पत्तेदार सब्ज़ियां और मौसमी सब्ज़ियां खानी चाहिए। साथ ही खाने में ज़ीरा भी शामिल करना चाहिए।
ब्लड प्रेशर के मरीज़ को क्या नहीं खाना चाहिए?
अचार, ज़्यादा नमकीन खाना, अंडा, ज़्यादा मक्खन, नमक, तैलीय चीज़ें, मसालेदार खाना, मांस, तेल, घी, केक-पेस्ट्री-पिज़्ज़ा जैसा जंक फूड, डिब्बाबंद भोजन जैसी चीज़ों से दूरी बनानी चाहिए।
ऐसी हो लाइफस्टाइल
अगर आप लो-बीपी के मरीज़ हैं तो:
- मरीज़ को कम से कम 8 घंटे की नींद ज़रूर लेनी चाहिए।
- भारी-भरकम डाइट लेने से बचना चाहिए।
- ज़्यादा देर तक भूखे नहीं रहना चाहिए।
- ज़्यादा गर्म पानी से नहीं नहाना चाहिए।
- चावल, आलू, पास्ता और ब्रेड जैसी चीज़ों से दूरी बनानी चाहिए।
- हर थोड़ी देर में कुछ न कुछ खाएं
अगर आप हाई बीपी के मरीज़ हैं तो:
- खाने में नमक की मात्रा कम करें।
- डाइट में कार्बोहाइड्रेड की मात्रा को कम करें।
- दिन में कम से कम आठ ग्लास पानी ज़रूर पिएं।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।