Type-2 Diabetes: टाइप-2 डायबिटीज़ हैं, तो ये एक सप्लीमेंट इंसुलिन में ला सकता है सुधार

Type-2 Diabetes शोध से पता चला है कि कुछ खाद्य पदार्थ इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं और रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रख सकते हैं।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Mon, 27 Jul 2020 10:30 AM (IST) Updated:Mon, 27 Jul 2020 10:30 AM (IST)
Type-2 Diabetes: टाइप-2 डायबिटीज़ हैं, तो ये एक सप्लीमेंट इंसुलिन में ला सकता है सुधार
Type-2 Diabetes: टाइप-2 डायबिटीज़ हैं, तो ये एक सप्लीमेंट इंसुलिन में ला सकता है सुधार

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Type-2 Diabetes: अगर आप टाइप-2 डायबिटीज़ के साथ जी रहे हैं, तो आपको अपनी लाइफस्टाइल से लेकर खानपान में भी कई तरह के बदलाव करने पड़ेंगे। राहत की बात ये है कि आप इस स्थिति को थोड़ी से बदलाव से ही मैनेज कर सकते हैं। टाइप 2 मधुमेह में, आपका शरीर या तो पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता है या इस हार्मोन के प्रभावों का विरोध करता है, जिससे आपके रक्तप्रवाह में ग्लूकोज़ का निर्माण होता है। 

इंसुलिन एक हार्मोन है, जो आपकी कोशिकाओं में चीनी की गति को नियंत्रित करता है। सामान्य रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने के लिए आपके शरीर को इंसुलिन की आवश्यकता होती है। टाइप-2 डायबिटीज़ वाले सभी लोगों को इंसुलिन का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं पड़ती, अगर वे करते हैं, तो ऐसा इसलिए क्योंकि उनके अग्न्याशय (Pancreas) अपने दम पर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना रहे हैं।

शोध से पता चला है कि कुछ खाद्य पदार्थ इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं और रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रख सकते हैं। रेसवेराट्रॉल संयंत्र आधारित एक ऐसा भोजन है जो मधुमेह प्रबंधन के लिए फायदेमंद माना जाता है। इस सप्लीमेंट के रक्तचाप कम करने, कैंसर कोशिकाओं को दबाने और मस्तिष्क कोशिकाओं की रक्षा करने जैसे कई स्वास्थ्य लाभ हैं।

रेस्वेराट्रॉल एक संयंत्र यौगिक है जो एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य कर सकता है, जो मधुमेह का प्रबंधन करने में मदद कर सकता है। यह रेड वाइन, जामुन और मूंगफली सहित कुछ खाद्य पदार्थों में पाया जाता है।

कुछ ऐसे तरीके जिनसे Resveratrol डायबिटिक लोगों को फायदा पहुंचा सकता है: Resveratrol एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लामेटरी यौगिक है, जिसका मतलब ये इंफ्लामेशन को कम या ज़्यादा करने में मदद करता है। जो डायबिटीज़ या अन्य बीमारियों में अहम योगदान है। रेस्वेराट्रॉल में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से सुरक्षा में मदद करता है, जिसकी वजह से डायबिटीज़ से जुड़ी परेशानियां नहीं होती। रेस्वेराट्रॉल AMPK को एक्टीवेट करने में भी मदद कर सकता है, एक ऐसा प्रोटीन जो ग्लूकोज़ को मेटाबोलाइज़ करने में शरीर की मदद करता है।  यहां तक कि ये जानवरों में डायबिटीज़ में भी काफी फायदेमंद पाया गया है। एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि ये प्राकृतिक कम्पाउंड भविष्य में डायबिटीज़ के इलाज और इससे जुड़ी समस्याओं को दूर करने के काम आ सकता है।   

हाइड ब्लड प्रेशर से बचने रहने के लिए सेहतमंद खाना खाना सबसे अच्छा तरीका है। एक डायबिटीज़ मरीज़ के लिए सेहत को बनाए रखने के लिए ब्लड शुगर स्तर पर नियंत्रण बनाए रखना बेहद ज़रूरी होता है। टाइप-2 डायबिटीज़ का कोई इलाज नहीं है, लेकिन सही खाना, वज़न घटाना, डॉक्टर की बताई गई दवाइयां खाने से इस बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है और जिंदगी को सुधारा जा सकता है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

chat bot
आपका साथी