Covid-19 मृत्यु दर इस देश में है सबसे कम, जानें कैसे किया कंट्रोल

स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी आधिकारिक जानकारी के अनुसार पिछले दो महीने से अधिक समय से सिंगापूर में Covid-19 से किसी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है।

By Umanath SinghEdited By: Publish:Sat, 19 Sep 2020 08:00 AM (IST) Updated:Sat, 19 Sep 2020 08:00 AM (IST)
Covid-19 मृत्यु दर इस देश में है सबसे कम, जानें कैसे किया कंट्रोल
Covid-19 मृत्यु दर इस देश में है सबसे कम, जानें कैसे किया कंट्रोल

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना वायरस महामारी के चलते देश और दुनिया पर व्यापक असर पड़ा है। इस वायरस से 3 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें 2 करोड़ लोगों का सफल किया जा चुका है। वहीं, 9 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। खासकर अमेरिका, ब्राजील, भारत और मेक्सिको में सबसे अधिक लोगों की मौत हुई है। जबकि इस वायरस से सिंगापूर में सबसे कम मौत हुई हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सिंगापूर में अब तक कोरोना वायरस से 57,532 हजार से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं, जिनमें 57,039 ठीक हो चुके हैं। बात करें मृत्यु की तो सिंगापूर में Covid-19 से केवल 27 लोगों की मौत हुई है। आइए, सिंगापूर की सफलता पर एक नजर डालते हैं-

स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी आधिकारिक जानकारी के अनुसार, पिछले दो महीने से अधिक समय से सिंगापूर में Covid-19 से किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। वर्तमान समय में सिंगापूर में Covid-19 मृत्यु दर  0.05% है।  इसी आबादी के समतुल्य देशों डेनमार्क और फ़िनलैंड में मृत्यु दर क्रमशः 3% और 4% प्रतिशत है।

जनसांख्यिकी संक्रमण के आंकड़ों के अनुसार,  लगभग 95% संक्रमित मरीज प्रवासी श्रमिक हैं, जिनकी आयु 20 से 30 वर्ष है। ये श्रमिक बोर्डिंग-हाउस में रहते हैं और जीविकोपार्जन के लिए जहाज निर्माण जैसे श्रम-गहन क्षेत्रों में कार्यरत हैं। सिंगापूर सरकार ने एक योजना के तहत बोर्डिंग-हाउस में रहने वाले लोगों की देखरेख की। इस दौरान प्रवासी श्रमिकों का कोरोना टेस्ट भी किया गया और अधिकारियों ने उनके घरों का दौरा भी किया। जबकि 13 वर्ष से अधिक आयु के किसी व्यक्ति में तीव्र श्वसन संक्रमण (एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन ARI) के लक्षण मिलने पर नि: शुल्क परीक्षण की पेशकश की जाती है।

इस बारे में नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिंगापुर के सॉ स्वी हॉक स्कूल ऑफ़ पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट हसु ली यांग ने कहा कि "हम जितना अधिक उपचार करते हैं, मृत्यु दर उतनी कम होती है"। इसके लिए अस्पताल में सभी सुविधाएं मुहैया करवाई गई है। अगर कोई व्यक्ति की आयु 45 वर्ष से अधिक है और उनकी सेहत अच्छी नहीं है, तो इलाज के साथ-साथ उनकी देखभाल भी अस्पताल में ही की जाती है।

आपको बता दें कि सिंगापूर में मास्क पहनना अनिवार्य है। इसे अप्रैल में ही लागू किया गया था। आज भी लोग मास्क पहनकर बाहर निकलते हैं। ऐसा माना जाता है कि मास्क पहनने से संक्रमण का खतरा बहुत कम रहता है। इसके लिए सिंगापूर सरकार ने सभी के लिए  मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। इससे भी कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में कामयाबी मिली है।

chat bot
आपका साथी