Coronavirus & Caring For Newborn: जानें मां और नवजात बच्चे से जुड़े सबसे ज़रूरी 8 सवालों के जवाब!

COVID-19 Caring For Newborn नवजात शिशु का कोरोना वायरस महामारी के दौरान कैसे ख्याल रखना चाहिए। मां-बाप को इस दौर में सकारात्मक रहने की ज़रूरत है।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2020 04:30 PM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2020 05:46 PM (IST)
Coronavirus & Caring For Newborn: जानें मां और नवजात बच्चे से जुड़े सबसे ज़रूरी 8 सवालों के जवाब!
Coronavirus & Caring For Newborn: जानें मां और नवजात बच्चे से जुड़े सबसे ज़रूरी 8 सवालों के जवाब!

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। COVID-19 & Caring For Newborn: कोरोना वायरस का ये दौर सभी के लिए मुश्किल चल रहा है। भारत भी इस ख़तरनाक बीमारी से पिछले 4 महीने से जूझ रहा है। ये सब जानते हैं कि ये संक्रमण बुज़ुर्गों और पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है, लेकिन कोरोना वायरस का असर नवजात शिशुओं पर कैसा है इसके बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है।    

सभी लोग इससे बचाव के लिए मास्क पहन रहे हैं, लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स ने साफतौर पर छोटे बच्चों को मास्क न पहनाने की सलाह दी है। दुनिया भर में मांए कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच अपने नवजात या कम उम्र के बच्चों को लेकर परेशान हैं।  

आज हम शिशु और मां से संबंधित कोरोना वायरस के सबसे ज़्यादा पूछे जा रहे सवालों के जवाब दे रहे हैं।

1. क्या ऐसा मुमकिन है कि संक्रमित मां से बच्चे को भी कोरोना वायरस हो जाए?

प्रेगनेंसी के आखिरी दिनों में (यानी डिलिवरी के 14 दिन पहले और 28 दिन बाद) अगर मां को कोरोना वायरस हो जाता है, तो इसका मतलब शिशु के संक्रमित होने के आसार हो सकते हैं।

2. बच्चे के जन्म के बाद कब कोविड-19 का टेस्ट करना चाहिए?

अगर मां टेस्ट में कोविड-19 पॉज़ीटिव पाई गई हैं, तो जन्म के बाद बच्चे का भी टेस्ट होना चाहिए। अगर बच्चा नेगेटिव पाया जाता है, तो 48 घंटों बाद टेस्ट दोबारा किया जाना चाहिए।

3. अगर मां को कोरोना वायरस है, तो क्या बच्चे को उससे दूर रखा जाना चाहिए?

अगर मां और बच्चे को अलग-अलग रखना मुमकिन है, तो ऐसा करना चाहिए। परिवार के किसी सदस्य को बच्चे की देखभाल करनी चाहिए। हालांकि, नवजात बच्चे को मां से दूर रखना मुमकिन नहीं है। इसलिए मां को उसे स्तनपान कराते वक्त या बच्चे को छूने से स्वच्छता का पूरा ध्यान रखना चाहिए। साबुन और पानी से हाथ धोना, साथ ही मास्क पहनना मां के लिए बेहद ज़रूरी है। 

4. कोरोना पॉज़ीटिव मां को बच्चे को स्तनपान कराना चाहिए?

अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिसमें बच्चे को मां के दूध के ज़रिए कोरोना वायरस हुआ हो। स्तनपान कराने के हज़ारों फायदे हैं, इसलिए शिशु को ज़रूर कराएं।

5. नवजात शिशु से लेकर 5 साल के बच्चों में क्या कोरोना वायरस गंभीर रूप ले सकता है?

5 साल से कम उम्र के ज़्यादातर बच्चे अलक्षणीय होते हैं या उनमें बेहद मामूली लक्षण दिखाई देते हैं। हालांकि, जिन बच्चों का पहले से दिल, फेफड़े कमज़ोर हैं, या वो किसी बीमारी से ग्रस्त हैं, तो उनके लिए कोरोना वायरस का जोखिम बड़ा है।

6. अगर शिशु कोरोना वायरस पॉज़ीटिव है, तो क्या उसे अन्य वैक्सीन देना सही है?

जब तक बच्चा कोविड-19 से ठीक न हो जाए, तब तक वैक्सीन नहीं लगानी चाहिए।

7. बच्चों में कोरोना वायरस के लक्षण कैसे होते हैं?

इस वक्त कोरोना वायरस के शुरुआती लक्षणों में बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, उल्टी, मतली, डायरिया आते हैं। कुछ मामलों में त्वचा पर चकत्ते भी देखे गए हैं। महामारी अब भी ख़त्म नहीं हुई है, इसीलिए इसके जवाब में बदलाव भी आ सकते हैं।

8. क्या छोटे बच्चों को मास्क पहनाना चाहिए?

दो साल से छोटे बच्चों को मास्क न पहनाने की सलाह दी गई है। खासकर, स्पेशली चैलेंज्ड बच्चे, जो बोल नहीं सकते या अपना मास्क खुद हटा नहीं सकते, उन्हें भी मास्क नहीं पहनाना चाहिए।

महामारी के इस दौर में मांओं को सकारात्मक रहना चाहिए। उन्हें समझना चाहिए कि ये दौर भी ग़ुज़र जाएगा। बहु कम बच्चे से संक्रमण से प्रभावित हो रहे हैं। इसीलिए खुद का ख्याल रखना न भूलें। परिवार के साथ समय बिताएं और खुश रहें। याद रखें कि परिवार के साथ बिताए ये लम्हे वापस नहीं आएंगे। आप खुश रहेंगे, तो बच्चे पर भी इसका सकारात्मक असर पड़ेगा।

chat bot
आपका साथी