बहुत ही कम समय से ढेर सारी कैलोरीज कर सकते हैं बर्न 'इनसैनिटी वर्कआउट' की मदद से

इनसैनिटी वर्कआउट को रोज एक बार में 20 से 60 मिनट तक लगातार किया जाता है। यह शेड्यूल पूरे हफ्ते और अगले 60 दिनों के लिए होता है। इसमें बहुत सारी पुशअप्स और स्क्वाट एक्सरसाइजेस शामिल होती हैं।

By Priyanka SinghEdited By: Publish:Fri, 09 Oct 2020 11:28 AM (IST) Updated:Fri, 09 Oct 2020 11:28 AM (IST)
बहुत ही कम समय से ढेर सारी कैलोरीज कर सकते हैं बर्न 'इनसैनिटी वर्कआउट' की मदद से
फिटनेस के लिए जंपिंग एक्सरसाइज करती युवती

अपना वजन कम करने और फिटनेस लेवल को बेहतर करने के लिए लोग बहुत मेहनत करते हैं। हालांकि, आजकल की बिजी लाइफस्टाइल में कई लोगों के लिए एक्सरसाइज के लिए वक्त निकाल पाना मुश्किल हो जाता है, ऐसे में, बीते कुछ सालों में 'इनसैनिटी वर्कआउट' का ट्रेंड काफी पॉपुलर हुआ है।

ऐसी है इनसैनिटी वर्कआउट

यह एक इंटेंस इंटर्वल ट्रेनिंग वर्कआउट है, जो मांसपेशियों पर बहुत जोर डालती है। इसमें आप हर 1 घंटे में 1000 कैलोरीज़ तक बर्न कर सकते हैं। यह उन लोगों के लिए एक अच्छा ऑप्शन है जो हमेशा खुद को फिट रखना चाहते हैं। वजन घटाने के अलावा, यह मांसपेशियां बनाने में, उन्हें मजबूत करने और शरीर को सही शेप देने में भी मददगार है। इससे पैर, पेट, छाती, हाथ, कंधों और शरीर के बाकी हिस्सों पर भी पॉजिटिव असर पड़ता है। इसे रोज एक बार में 20 से 60 मिनट तक लगातार किया जाता है। यह शेड्यूल पूरे हफ्ते और अगले 60 दिनों के लिए होता है। इसमें बहुत सारी पुशअप्स और स्क्वाट एक्सरसाइजेस शामिल होती हैं। यहां वेट्स की जरूरत नहीं पड़ती।

फैट, कैलोरी करता है बर्न

इनसैनिटी वर्कआउट के बारे में ज्यादातर लोगों का दावा है कि इसकी मदद से 400 से 1000 तक कैलोरीज़ बर्न की जा सकती हैं। हालांकि, आपका बर्न शरीर के साइज़ और फिटनेस लेवल के मुताबिक अलग-अलग हो सकता है। इसमें तेज पेस वाली हाई-इंटेंसिटी वर्कआउट्स शामिल होती हैं, जो आपको ज्यादा कैलोरीज़ बर्न करने में और अपने ज्यादा किलो कम करने में मदद करती हैं।

स्ट्रेंथ बिल्डिंग में मददगार

इस वर्कआउट में बहुत सारी बॉडी एक्सरसाइज होती हैं, जैसे पुशअप्स, पुलअप्स। इसके अलावा इसमें स्क्वाट्स के साथ-साथ बहुत सी सीने, ट्राइसेप्स, पैर और एब्स को टारगेट करने वाली कोर वर्कआउट्स भी शामिल होती हैं। अगर आप रेग्युलर तौर पर वर्कआउट करते हैं तो आपको मांसपेशियों की ग्रोथ जरूर नजर आएगी। इनसैनिटी वर्कआउट्स का पहला फोकस स्ट्रेंथ और एंड्योरेंस होता है।

रेस्पिरेट्री हेल्थ के लिए अच्छा

चूंकि यहां होने वाली एक्ससाइजेस की पेस बहुत तेज होती है, ऐसे में आप इन्हें करते वक्त बहुत तेजी से सांस लेते हैं, इससे आपके लंग्स आसानी से ऑक्सीजन अंदर ले सकते हैं और उन मांसपेशियों तक पहुंचा सकते हैं, जो लगातार मेहनत कर रही होती हैं। इस तरह यह वर्कआउट आपके रेस्पिरेट्री फंक्शन को बेहतर बनाती है। इसके अलावा, इस वर्कआउट को करने से आपका टेस्टोस्टेरोन और गुड कोलेस्ट्रॉल का लेवल भी बढ़ता है। यह आपका ब्लड प्रेशर कम करने के साथ-साथ स्लीपिंग पैटर्न दुरुस्त करने और बॉडी पॉश्चर को सही करने में भी बहुत हेल्पफुल रहता है।

Pic credit- https://www.freepik.com/free-photo/active-woman-being-full-energy-jumps-high-air-wears-sportsclothes-prepares-sport-competitions_8988402.htm#page=2&query=woman+workouts&position=2

chat bot
आपका साथी