Coronavirus New Strain: कोविड-19 से संक्रमित होने के जोखिम को इन 4 तरीकों से कम करें!

Coronavirus New Strain रिसर्च में पता चला है कि ये नया स्ट्रेन दोबारा संक्रमित होने के जोखिम को भी बढ़ाता है। कई महीनों तक कोरोना के मामलों में गिरावट देखने के बाद भारत के 5 राज्यों में एक बार मामले बढ़ रहे हैं और लॉकडाउन की स्थिति आ गई है।

By Ruhee ParvezEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 10:36 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 10:36 AM (IST)
Coronavirus New Strain: कोविड-19 से संक्रमित होने के जोखिम को इन 4 तरीकों से कम करें!
कोविड-19 से संक्रमित होने के जोखिम को इन 4 तरीकों से कम करें!

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Coronavirus New Strain: कोविड-19 का नया स्ट्रेन यानी रूप धीरे-धीरे दुनियाभर में फैल रहा है, जिसकी वजह से एक बार फिर लोगों में डर और चिंता बढ़ रही है। कोरोना वायरस के इस नए स्ट्रेन ने हमें डरने की एक नहीं कई वजह दी हैं। इस ख़तरनाक बीमारी का नया रूप न सिर्फ ज़्यादा संक्रामक है, बल्कि आसानी से फैलता है और उन लोगों को भी अपनी चपेट में ले लेता है, जिनका इस बीमारी से पीड़ित होने का जोखिम काफी कम है। 

कुछ रिसर्च ऐसी भी हैं, जो बताती हैं कि ये नया स्ट्रेन दोबारा संक्रमित होने के जोखिम को भी बढ़ाता है। कई महीनों तक कोरोना के मामलों में गिरावट देखने के बाद भारत के 5 राज्यों में एक बार मामले बढ़ रहे हैं और लॉकडाउन की स्थिति आ गई है। परिस्थितियों को देखते हुए, अब सुरक्षित रहना और कोविड-19 के खिलाफ खुद को सुरक्षित रखना और भी महत्वपूर्ण हो गया है।

देशभर में महामारी की चपेट में आ रहे लोगों की संख्या एक बार फिर बढ़ रही है, ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि कोरोना वायरस के इस नए रूप से खुद को कैसे बचाएं और सुरक्षित रखें।

नए स्ट्रेन को लेकर चिंता करनी चाहिए?

वैज्ञानिक अभी तक इस निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं कि कोरोना वायरस का ये नया रूप कितना गंभीर या घातक साबित हो सकता है। ऐसा कहा जाता है कि वायरस स्वभाव से, वक्त के साथ खुद को विकसित करते हैं। हालांकि, इस वक्त चिंता का विषय सिर्फ ये है कि कोरोना वायरस अब भी तेज़ी से फैल रहा है। 

कोरोना महामारी को दुनिया भर में फैले एक साल से ज़्यादा का समय हो चुका है और इस एक साल में हमें ये समझ आया है कि इससे कैसे निपटना है। साथ ही ये भी साफ है कि सावधानियों में ज़रा भी ढील देने से मामले फिर तेज़ी से बढ़ते नज़र आ सकते हैं। हमारा ये भी समझना ज़रूरी है कि कोविड-19 कुछ समय के लिए ही नहीं है। जैसा कि एपिडेमियोलॉजिस्ट पहले ही बता चुके हैं, कि वायरस हमारे साथ कई-कई सालों तक रह सकता है।

इस जानलेवा वायरस के खिलाफ वैक्सीन ज़रूर आ गई है, लेकिन दुनियाभर के सभी को लोगों को इसे उपलब्ध करवाने में समय लगेगा। इसलिए तब तक हम सब के लिए ज़रूरी है कि हम सुरक्षा उपायों का सख़्ती से पालन करें ताकि हमारी पिछले साल की मेहनत ज़ाया न जाए। 

कोरोना वायरस के नए रूप से बचने के लिए पालन करें इन सावधानियों का:

बड़े जोखिम वाली जगह पर जा रहे हैं, तो दो मास्क लगाएं

दो मास्क पहनना ज़रूरी नहीं है, लेकिन शोध में पाया गया है कि दो मास्क पहनने से कोरोना से संक्रमित होने का ख़तरा कम होता है। खासतौर पर अगर आप ऐसी जगह जा रहे हैं जहां संक्रमण का ख़तरा बड़ा है। अगर आप किसी भीड़-भड़ाके वाली जगह पर जा रहे हैं, तो बेहतर है कि एक अच्छी फिटिंग वाला मास्क पहनें और हो सके तो दो मास्क पहन लें।

साथ ही बाहर जाते वक्त मास्क के प्रकार, गुणवत्ता और फिट की जांच करना भी महत्वपूर्ण है। मास्क को आपके चेहरे पर अच्छी तरह फिट होना चाहिए, खासतौर पर नाक, मुंह पर ताकि कीटाणु न घुस सकें। 

स्वच्छता का ख़्याल और ज़्यादा रखें

जैसा कि हम पहले देख चुके हैं, कि हाथ की स्वच्छता और आसपास की चीज़ो को डिसइंफेक्ट करते रहने से हम इस महामारी के खिलाफ जीत हासिल कर सकते हैं। कोरोना वायरस कुछ सतहों पर दिनों और लगातार हफ्तों तक रह सकता है, इसलिए हाथों को धोने या फिर सैनीटाइज़ करने से कीटाणुओं को मारा जा सकता है। खासतौर पर जब आप किसी उच्च-जोखिम वाली जगह के संपर्क में आए हों। 

हाथों को कई बार धोएं, और कम से कम 30 सेकेंड तक धोएं। आखों, नाक और मुंह को गंदे हाथों से छूने से बचें। अगर हाथ धोना मुमकिन नहीं है, तो अपने पास हैंड सैनीटाइज़र ज़रूर रखें। याद रखें कि जब भी बाहर जाएं, तो किसी भी हाई रिस्क वाली चीज़ से अपना कान्टेक्ट कम रखें, इसी तरह आप संक्रमित होने से बच सकते हैं। स्वच्छता, डिसइंफेक्शन, शारीरिक दूरी आज भी कोरोना वायरस से बचने के बेस्ट तरीके हैं।

जैसे ही आपके लिए वैक्सीन उपलब्ध हो, लगवा लें

वायरस बार-बार गंभीर रूप से संक्रमण न फैलाए इसके लिए सभी को वैक्सीन लगना बेहद ही ज़रूरी है। वैक्सीन हर्ड इम्यूनिटी तक पहुंचने में भी मदद करेगी, साथ ही संक्रमण को जानलेवा बनाने से रोकेगी। 

कम लोगों से मिलें

लोगों से न मिलना किसी के लिए मुश्किल, यहां तक कि नामुमकिन है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि लोगों से न मिलने से बेहतर है कि आप ऐसे लोगों की संख्या कम रखें जिनसे आप अक्सर मिलते हैं। आप जितने ज़्यादा लोगों से मिलेंगे कोविड-19 से संक्रमित होने का ख़तरा उतना ही बढ़ेगा।  जब भी बाहर जाएं, तो शारीरिक दूरी बनाएं रखें।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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