मतदान के सफल संचालन की प्रक्रिया सबसे महत्वपूर्ण

लिग कर्मियों को मतदान की सभी जानकारी होना अति आवश्यक है-* प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित सभी पीठासीन पदाधिकारियों को निर्देशित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि मतदान के सफल संचालन की पूरी प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण काम मतदान कर्मियों की उचित प्रशिक्षण है। इसके लिए सभी पीठासीन प

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Nov 2019 05:10 AM (IST) Updated:Mon, 11 Nov 2019 06:37 AM (IST)
मतदान के सफल संचालन की प्रक्रिया सबसे महत्वपूर्ण
मतदान के सफल संचालन की प्रक्रिया सबसे महत्वपूर्ण

साहिबगंज: जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त वरुण रंजन ने रविवार को रेलवे स्कूल के शताब्दी प्रशाल में पीठासीन पदाधिकारियों के प्रशिक्षण में कहा कि पोलिग कर्मियों को मतदान की सभी जानकारी होना अति आवश्यक है। उपायुक्त ने कहा कि मतदान के सफल संचालन की पूरी प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण है। मतदान कर्मियों की इसका उचित प्रशिक्षण प्राप्त करना है। सभी पीठासीन पदाधिकारियों को ईवीएम के तीनों अंग कंट्रोल यूनिट, बैलट यूनिट तथा वीवीपैट मशीन को एक दूसरे से जोड़ने की सही प्रक्रिया ठीक-ठीक मालूम होना चाहिए। साथ ही मतदान कितने बजे शुरू होगा, मॉक पोल में कितने मत दिए जाएंगे तथा मॉक पोल खत्म होने के बाद ईवीएम मशीन को रीसेट करते हुए वीवीपैट मशीन में जेनरेट हुए सभी पर्चियों को वापस संभाल कर रखने आदि की सही प्रक्रिया पता होनी चाहिए। डीसी ने कहा कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मतदान की प्रक्रिया किसी भी प्रजातांत्रिक देश में होने वाली सभी प्रक्रियाओं में सबसे महत्वपूर्ण है। इस कार्य में किसी भी प्रकार के अनुशासनहीनता या गड़बड़ी को किसी भी हालत में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। मतदान की प्रक्रिया में किसी भी तरह की गड़बड़ी या आशंका की स्थिति से बचने के लिए सभी पोलिग पदाधिकारियों व कर्मियों को नियमों व प्रावधानों की लिस्ट बनाकर देने का निर्देश प्रशिक्षण कोषांग के प्रभारी को दिया। उपायुक्त ने कहा कि निर्वाचन कर्मी राजनीतिक कार्यक्रमों से बचें। सभी पोलिग पदाधिकारियों व कर्मियों को किसी भी राजनीतिक पार्टी के क्रियाकलापों और गतिविधियों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी। पोलिग पदाधिकारियों व कर्मियों का काम निर्वाचन की प्रक्रिया को निष्पक्ष वातावरण में संपन्न कराने का है। इसलिए उनसे यह उम्मीद की जाती है कि वह सभी राजनीतिक गतिविधियों से दूरी बनाए रखें। प्रशिक्षण के दौरान डीडीसी मनोहर मरांडी, निदेशक डीआरडीए उत्कर्ष गुप्ता, जिला योजना पदाधिकारी रामनिवास प्रसाद सिंह, प्रशिक्षक विभीषण पासवान, उज्जवल कुमार बनर्जी, विधु नाथ आचार्य एवं अन्य उपस्थित थे।

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