15 हजार मरीज देखिए 15 हजार का चेक पाइए

जिले के मरीजों को बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने के उद्?देश्य से आइएमए व झासा ने एक अनोखी कवायद की है। इसके तहत सदर अस्पताल के आउटडोर में एक साल में 15 हजार से अधिक मरीज देखनेवाले चिकित्सक को 15 हजार रुपये का चेक व प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। गौरतलब हो कि सदर अस्पताल में चिकित्सकों की कमी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Nov 2019 06:56 PM (IST) Updated:Sat, 23 Nov 2019 06:15 AM (IST)
15 हजार मरीज देखिए 15 हजार का चेक पाइए
15 हजार मरीज देखिए 15 हजार का चेक पाइए

---आइएमए व झासा की घोषणा, मिलेगा प्रशस्ति पत्र भी

---मरीजों को बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने की कवायद जागरण संवाददाता, साहिबगंज : जिले के मरीजों को बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आइएमए व झासा ने एक अनोखी कवायद की है। इसके तहत सदर अस्पताल के आउटडोर में एक साल में 15 हजार से अधिक मरीज देखनेवाले चिकित्सक को 15 हजार रुपये का चेक व प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। गौरतलब हो कि सदर अस्पताल में चिकित्सकों की कमी है। मात्र चार नियमित चिकित्सक हैं। चार चिकित्सक प्रतिनियुक्ति पर सप्ताह में एक या दो दिन यहां सेवा देते हैं। इस वजह से चिकित्सकों पर मरीजों की चिकित्सा का काफी दवाब रहता है। कई बार तो चिकित्सकों को निर्धारित समय से अधिक समय पर ड्यूटी करनी पड़ती है। इसी में से कभी-कभी कोई-कोई चिकित्सक गायब भी हो जाते हैं। ऐसे में चिकित्सकों को प्रोत्साहित करने के लिए आइएमए व झासा ने संयुक्त रूप से यह प्रयास किया है। मरीजों की गिनती जनवरी से दिसंबर के बीच की जाएगी। ज्ञात हो कि सदर अस्पताल के ओपीडी में प्रतिदिन दो से ढाई सौ मरीजों का इलाज किया जाता है। प्रतिदिन कौन से चिकित्सक कितने मरीजों का इलाज करते हैं इसका डाटा एकत्र कर कंपाइल किया जाता है। अब तक एक साल में सर्वाधिक 15 हजार मरीज देखने का रिकार्ड सदर अस्पताल के वरीय चिकित्सक व आइएमए के प्रमंडलीय सचिव मोहन पासवान के नाम है। सदर अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक

1. डॉ. मोहन पासवान

2. डॉ. आरपी दास

3. डॉ. इकबाल अंसारी

4. डॉ. अलीमुद्दीन

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सदर अस्पताल में प्रतिनियुक्त चिकित्सक

1. डॉ. रणविजय

2. डॉ. दिनेश

3. डॉ. सत्यप्रकाश

4. डॉ. गुंजन गौरव

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वर्जन ::::

नया सदर अस्पताल भवन ओपीडी में जनवरी से दिसंबर तक 15 हजार मरीजों को देखने वाले चिकित्सक को 15 हजार रुपये का चेक व प्रशस्ति पत्र आइएमए व झासा की ओर से दिया जाएगा। वैसे यह प्रस्ताव अभी आइएमए व झासा की बैठक में नहीं रखा गया है। भविष्य में इसे दोनों जगहों से पास कराया जाएगा। अगर किसी प्रकार की अड़चन आती है तो मैं स्वयं अपने वेतन से राशि दूंगा। चिकित्सकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है।

डॉ. मोहन पासवान, सचिव आइएमए

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