11 घंटे तक ग्रामीणों के कब्जे में रहे तीन युवक

संवाद सहयोगी तीनपहाड़ (साहिबगंज) बंधक बनाए गए सुतियारपाड़ा के तीन युवक बिदिन गांव के आ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 07:50 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 06:14 AM (IST)
11 घंटे तक ग्रामीणों के कब्जे में रहे तीन युवक
11 घंटे तक ग्रामीणों के कब्जे में रहे तीन युवक

संवाद सहयोगी, तीनपहाड़ (साहिबगंज) : बंधक बनाए गए सुतियारपाड़ा के तीन युवक बिदिन गांव के आदिवासियों के कब्जे में करीब 11 घंटे तक रहे। सुबह करीब सात बजे यह घटना हुई और शाम करीब छह बजे सभी को मुक्त किया गया। बिदिन गांव के लोगों ने पकड़ने के बाद रामविलास यादव, मेघनाथ यादव और गणेश यादव की जमकर पिटाई भी की। इससे सभी जख्मी हो गए।

एसडीओ कर्ण सत्यार्थी व एसडीपीओ अरविद कुमार सिंह जब वहां पहुंचे तो तीनों युवक दर्द से कराह रहे थे। इसके बाद एसडीओ ने स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र के स्वास्थ्य कर्मी को बुलाकर उनकी मरहम-पट्टी करायी। इसके बाद सभी को राहत मिली। बताया जाता है कि सुतियारपाड़ा व बिदिन गांव के बीच की दूरी करीब एक किलोमीटर है। घटनास्थल से दोनों गांवों की दूरी आधा-आधा किलोमीटर है। बिदिन गांव में आदिवासियों के करीब 50 घर है। आबादी 250-300 के आसपास होगी लेकिन घटना के बाद गांव में एक हजार से भी लोग जमा हो गए।

बताया जाता है कि सूचना मिलने पर आसपास के गांवों के लोग भी पहुंच गए। सुतियारपाड़ा में सभी जाति के लोग रहते हैं। हालांकि, बंधक बनाए गए लोगों की मदद के लिए कोई नहीं आया। आदिवासियों को समझाने-बुझानेके लिए प्रशासन ने स्थानीय नेताओं की भी मदद ली लेकिन सफलता नहीं मिली। बताया जाता है कि जिस समय घटना हुई उस समय सुतियारपाड़ा के दो-तीन युवक ही वहां थे। बाद में उनके समर्थन में कुछ और युवक आ गए। हालांकि, माहौल बिगड़ते देखकर सभी वहां से भाग गए।

छावनी में तब्दील रहा बिदिन गांव : घटना के बाद चार थानों की पुलिस के साथ-साथ जिला मुख्यालय से भी अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया। इस वजह से बिदिन गांव छावनी में तब्दील हो गया था। सुबह-सुबह पुलिसकर्मियों को वहां पहुंचना पड़ा। कई पुलिस वालों ने बताया कि वे दिन में नाश्ता भी नहीं कर पाए। देर शाम तक एसडीओ व एसडीपीओ वहां जमा हुए थे। बताया जाता है कि बिदिन गांव के लोग 20 लाख रुपये जुर्माने पर अड़े हुए थे। हालांकि, बाद में 10 लाख रुपया जुर्माना व इलाज का खर्च देने पर सहमति बनी।

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