कांग्रेस को किसी को मनाने की जरूरत नहीं, हो जाएगा सीटों का बंटवारा : आरपीएन

RPN Singh Congress. कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि गठबंधन में जल्‍द ही सबकुछ ठीकठाक होगा। लोकसभा में जिन्हें सीटें नहीं मिलीं उन्हें विधानसभा में सीटें मिलेंगी।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Wed, 13 Feb 2019 09:43 AM (IST) Updated:Wed, 13 Feb 2019 09:43 AM (IST)
कांग्रेस को किसी को मनाने की जरूरत नहीं, हो जाएगा सीटों का बंटवारा : आरपीएन
कांग्रेस को किसी को मनाने की जरूरत नहीं, हो जाएगा सीटों का बंटवारा : आरपीएन

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने सीटों के बंटवारे पर किसी तरह के विरोध की बातों को नजरअंदाज करते हुए कहा कि सीटों का बंटवारा शांति से हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को किसी को मनाने की जरूरत नहीं है। गिरिडीह रवाना होने के पूर्व वे रांची में पत्रकारों से बात कर रहे थे। बुधवार को देवघर में रैली और 15 फरवरी को पलामू में रैली का आयोजन किया गया है। इसके बीच 14 फरवरी को वे लोहरदगा में क्रिकेट टूर्नामेंट में भी वे शामिल होंगे।

डॉ अजय पहुंचे बाबूलाल के घर, गोड्डा पर नहीं बनी बात
गोड्डा लोकसभा सीट को लेकर महागठबंधन की गांठ खुलने का नाम नहीं ले रहा है। झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी को मनाने की कोशिश में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार मंगलवार की रात से बुधवार सुबह 11 बजे तक लगे रहे। बाबूलाल से उन्होंने मंगलवार की देर रात एवं बुधवार की सुबह करीब दस बजे बरगंडा स्थित उनके आवास पर जाकर मिले। दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में गुफ्तगू हुई। सूत्रों के अनुसार बाबूलाल पिघले नहीं हैं। बाबूलाल ने होटल जाकर आरपीएन सिंह से मिलने से इनकार कर दिया है। गोड्डा सीट पर वे अभी भी अड़े हुए हैं।

इधर आरपीएन सिंह ने विपक्षी पार्टियों का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ लोग तो कह रहे थे कि गठबंधन ही नहीं होगा। अब सीटों का बंटवारा भी आसानी से हो जाएगा। समझा जा रहा है कि मंगलवार की देर रात या बुधवार की सुबह झाविमो के बाबूलाल मरांडी और झामुमो के हेमंत सोरेन से उनकी मुलाकात हो सकती है। सिंह के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार भी हैं।

सीटों के बंटवारे पर अंतिम मुहर लगाने के बाद इसकी घोषणा चुनाव की घोषणा के बाद ही होगी। गिरिडीह में आरपीएन ने बताया कि सीटों के बंटवारे को लेकर जो थोड़ा बहुत विवाद था, वह सुलझा लिया गया है। वामदलों को भी महागठबंधन में शामिल किया जाएगा। लोकसभा चुनाव में यदि उन्हें सीट नहीं दी जा सकी तो विधानसभा चुनाव में दी जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि विधानसभा चुनाव में नये सिरे से सीटों पर बातचीत होगी। 

chat bot
आपका साथी