Coronavirus Update: पुलिस खुद नहीं कर रही शारीरिक दूरी का पालन, सुरक्षा के पर्याप्‍त साधन नहीं

Coronavirus Update. कोराना को लेकर चुनौतियां बढ़ीं। अभी सड़क पर अगर किसी का मूवमेंट है तो वह पुलिस का। सुरक्षा के साधन पर्याप्त नहीं दिख रहे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sun, 29 Mar 2020 04:25 PM (IST) Updated:Sun, 29 Mar 2020 04:54 PM (IST)
Coronavirus Update: पुलिस खुद नहीं कर रही शारीरिक दूरी का पालन, सुरक्षा के पर्याप्‍त साधन नहीं
Coronavirus Update: पुलिस खुद नहीं कर रही शारीरिक दूरी का पालन, सुरक्षा के पर्याप्‍त साधन नहीं

रांची, राज्य ब्यूरो। कोरोना वायरस के खतरे की आशंका पर पूरे देश में लॉकडाउन है। अगर सड़क पर हर अनजान, बाहरी आगंतुकों से किसी का पाला पड़ रहा है तो वह पुलिस है। एक पुलिस ही है, जिसकी चुनौतियां सबसे अधिक है। विधि-व्यवस्था संभालने के लिए सड़क पर है। कौन सा व्यक्ति कोरोना वायरस को अपने साथ ढो रहा है, यह कोई नहीं जानता, पुलिस भी नहीं। लेकिन, विधि-व्यवस्था संभालने वाली पुलिस को उससे भी निपटना है और उसका इलाज कराने से लेकर खाना खिलाने तक की जिम्मेदारी संभालनी है।

ऐसी स्थिति में इस वायरस से बचाव का सबसे बड़ा उपाय शारीरिक दूरी को बनाए रखने की है, जिसका पालन करने में पुलिस के संसाधन पर्याप्त नहीं हैं। पुलिस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के बीच कम से कम एक मीटर की दूरी, गाड़ी में कम से कम लोगों की मौजूदगी को अब तक आत्मसात नहीं कर सकी है। गश्त पर निकलने वाली गाड़ी, पीसीआर में एक साथ चार-चार, पांच-पांच जवान-अधिकारी बैठ रहे हैं। उनका जवान किससे-किससे मिला उन्हें नहीं पता।

यह अदृश्य वायरस, जो बिना माइक्रोस्कोप के नजर नहीं आएगा, कहीं पुलिस को नुकसान पहुंचा दिया तो बहुत बड़ी समस्या हो सकती है। अभी पुलिस ही है, जो गरीबों, भूखों मनुष्य व जानवरों का हमदर्द बनकर उनके बीच जा रही है। राज्य में 80 हजार जवान-अधिकारी इस कोरोना वायरस के खतरे के बावजूद सड़क पर उतरकर विधि-व्यवस्था संभालने व लोगों को खाना खिलाने में जुटे हैं। उनके पास सुरक्षा के नाम पर है तो सिर्फ मास्क व सैनिटाइजर। ग्लव्स कुछ के ही हाथ में दिख रहे हैं।

सबको सुरक्षा के मानकों को पूरा करने का है आदेश

पुलिस मुख्यालय से सभी पुलिसकर्मियों-पुलिस अधिकारियों को कोरोना वायरस से खतरे से बचाव के लिए सुरक्षा के मानकों को पूरा करने का आदेश मिला हुआ है। इसकी मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी संबंधित जिले के एसपी-एसएसपी व रेंज डीआइजी को दी गई है। बीच-बीच में पुलिसकर्मियों को सुरक्षा संबंधित प्रशिक्षण भी दिया जाना है। लेकिन, वर्तमान व्यवस्था में यह नाकाफी नजर आ रहा है।

लॉकडाउन के दौरान बेहतर करने वाली टीम को एसएसपी ने दिया पांच-पांच हजार रुपये का रिवार्ड

रांची जिले में लॉकडाउन के दौरान विधि व्यवस्था संभालने के साथ-साथ बेहतर प्रदर्शन करने वाली टीम की एसएसपी ने पीठ थपथपाई है। प्रत्येक टीम को 5000-5000 रुपये का रिवार्ड भी दिया है। रांची के एसएसपी अनीश गुप्ता ने शनिवार को बताया कि लॉकडाउन के दौरान पीडि़त लोगों को कई तरह से मदद करने वाले, पुलिसिंग से हटकर बेहतर प्रदर्शन करने वाले, मानवता का परिचय देने वाले पुलिस पदाधिकारी व उनकी टीम को पुरस्कृत किया गया है। इनमें चुटिया थानेदार रवि ठाकुर व उनकी टीम, सदर थानेदार बेंकटेश कुमार व उनकी टीम, लालपुर थानेदार अरविंद कुमार व उनकी टीम, डोरंडा थानेदार शैलेश प्रसाद व उनकी टीम तथा रातू रोड चौक पर तैनात यातायात के एएसआइ देवेंद्र सिंह व उनकी टीम शामिल हैं।

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