रिम्स में जल्द शुरू होगी पीएचडी की पढ़ाई, रिसर्च को मिलेगा बढ़ावा
रिम्स में पीएचडी का पहला बैच जल्द शुरू होने जा रही है। इसके लिए 13 छात्र-छात्राओं का चयन भी कर लिया गया है। इनमें एमबीबीएस से लेकर एमएससी के छात्र शामिल हैं। मंगलवार को एकेडमिक काउंसिल की बैठक आयोजित की गई जिसमें बैच शुरू करने को लेकर चर्चा की गई।
रांची, जासं । रिम्स में पीएचडी का पहला बैच जल्द शुरू होने जा रही है। इसके लिए 13 छात्र-छात्राओं का चयन भी कर लिया गया है। इनमें एमबीबीएस से लेकर एमएससी के छात्र शामिल हैं। मंगलवार को एकेडमिक काउंसिल की बैठक आयोजित की गई, जिसमें बैच शुरू करने को लेकर चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि जल्द ही सुपरवाइजर गाइड का चयन किया जाएगा जो पीएचडी कर रहे छात्रों को गाइड करेंगे। रिम्स के पीआरओ डा डीके सिन्हा ने बताया कि पीएचडी करने के लिए जरूरी नहीं है कि एमबीबीएस की पढ़ाई की गई हाे।
मेडिकल से जुड़े फिल्ड में पीएचडी करने के लिए साईंस का विद्यार्थी होना जरूरी है।उन्होंने बताया कि पीएचडी कोर्स शुरू होने से रिम्स में लगातार विभिन्न टॉपिक पर शोध होते रहेंगे। पीएचडी आमतौर पर शोध पर ही आधारित कोर्स है। रिम्स के डॉक्टरों ने कहा है कि यह काफी अच्छा प्रयास है। अलग-अलग विषयों पर अब लगातार शोध होते रहेंगे। रिम्स की ओर से हर साल दर्जनों रिसर्च पब्लिकेशन, जर्नल आदि प्रकाशित किए जा सकेंगे।
इससे ना सिर्फ रिसर्च में बढ़ावा मिलेगा बल्कि शोध का फायदा मरीजों को मिलेगा। बताते चलें कि झारखंड में यह पहला मेडिकल कॉलेज है जहां पीएचडी कोर्स शुरू किया जा रहा हैं। अब भी कई राज्यों के मेडिकल कॉलेज में पीएचडी कोर्स नहीं है। निदेशक बताते हैं कि रिम्स ज्वाइन करने से पहले भी वे एम्स में शोध कार्यों में लगे थे।