प्रकृति के साथ छेड़छाड़ मानव जाति के लिए खतरनाक

ओरमाझी : बिरसा जैविक उद्यान में शनिवार को पुरष्कार वितरण समारोह का आयोजन हुआ। समारो

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Oct 2018 01:26 AM (IST) Updated:Sun, 07 Oct 2018 01:26 AM (IST)
प्रकृति के साथ छेड़छाड़ मानव जाति के लिए खतरनाक
प्रकृति के साथ छेड़छाड़ मानव जाति के लिए खतरनाक

ओरमाझी : बिरसा जैविक उद्यान में शनिवार को पुरष्कार वितरण समारोह का आयोजन हुआ। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पीके वर्मा, पीसीसीएफ (वन्यप्राणी) झारखंड उपस्थित थे। वर्मा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि वन्यप्राणियों की सुरक्षा आज के समय में सबसे सभी के लिए प्राथमिकता की सूची में होनी चाहिए। नहीं तो फूड चैन छिन्न-भिन्न हो जाएगा। लोंगों की उदासीनता के कारण आज गोरैया व गिद्धों की स्थिति लुप्तप्राय जैसी हो गई है। उन्होंने कहा कि विकास जरूरी है लेकिन प्रकृति से सामंजस्य बैठाकर। प्रकृति के साथ ज्यादा छेड़छाड़ मानव जाति के लिए खतरनाक होता जा रहा है। वर्मा ने शिक्षकों की माग स्कूली छात्र का महीने में एक-दो बार प्रवेश निश्शुल्क हो, इसपर कहा कि बहुत जल्द ही इसपर सकारातमक पहल होगी। समारोह को जू के पूर्व निदेशक दिनेश कुमार व निदेशक सुनील कुमार गुप्ता ने भी संबोधित किया।

इससे पूर्व अतिथियों ने दीप जलाकर समारोह का शुभारंभ किया। सफल छात्र-छात्राओं व उद्यानकर्मियों को अतिथियों ने पुरस्कृत किया। मालूम हो कि वन्यप्राणी सप्ताह पर जू में निबंध, पेंटिंग व भाषण प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था, जिसमें दर्जन भर स्कूलों के लगभग चार सौ छात्र-छात्रों ने हिस्सा लिया था, मौके पर जू के चिकित्सक डॉ अजय कुमार सहित सभी उद्यानकर्मी उपस्थित थे।

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