रुपये ने कमजोर किया मनी एक्सचेंज का कार्य

रुपये की कीमत में गिरावट का असर रांची के मनी एक्सचेंज पर भी पड़ा है। इस सप्ताह दर आधी से भी कम रह गई है। न तो पर्यटक आ रहे हैं रुपये को विदेशी पैसे में जेंच कराने के लिए और न ही कंपनियां।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 May 2018 08:16 AM (IST) Updated:Mon, 21 May 2018 08:16 AM (IST)
रुपये ने कमजोर किया मनी एक्सचेंज का कार्य
रुपये ने कमजोर किया मनी एक्सचेंज का कार्य

रांची : रुपया कमजोर क्या हुआ राजधानी के बैंकों का मनी एक्सचेंज का कार्य भी पूरी तरह से ठप्प हो गया। पिछले एक सप्ताह से गिरते रुपए के कारण डॉलर की खरीद न के बराबर हुई है। जहां औसतन हर माह 30 से 40 हजार डॉलर रुपए से एक्सचेंज होता था, वहां बैंक मुद्रा एक्सचेंज करने के लिए टूर ऑपरेटरों और लोगों की राह ताक रहे हैं। बात सिर्फ बैंकों की नहीं है। इसमें कई निजी प्लेयर भी मौजूद हैं। रांची में मेन रोड गुरुद्वारा स्थिति मनी एक्सचेंज का भी यही हाल है। हां, येन और थाई भट्टा का एक्सचेंज काफी हुआ है। राजधानी में मनी एक्सचेंज का दर भी काफी ज्यादा है। मुख्य तौर से धीरम (दुबई ), डॉलर, येन (जापान) और थाई भट्टा (थाईलैंड) मुद्रा का एक्सचेंज होता है। रविवार को डॉलर के मुकाबले रूपये की कीमत 67.9 रही। विदेशी मुद्रा खरीदने वाले ग्राहक ऐसे होते हैं जो पर्यटक या फिर किसी कंपनी की ओर से विदेश जाते हैं। नियम है कि जिस देश में भी आप जा रहे हों, वहां जाने से पहले वहां के सरकारी मुद्रा का कुछ पैसा अपने पास रखें। संख्या हर जगह अलग-अलग है। यूएस जाने से पहले करीब दो हजार डॉलर जेब मे होना जरूरी होता है। हालांकि एक्सचेंज की सुविधा एयरपोर्ट पर भी होती है, लेकिन टूर ऑपरेटर उन्हें पहले से ही विदेशी मुद्रा रखने का सलाह देते हैं।

राजधानी में यहां होता है विदेशी मुद्रा का एक्सचेंज

1. एसबीआइ मुख्य शाखा, कचहरी

2. एसबीआई डोरंडा

3. एसबीआई मेन रोड

4. केनरा बैंक मेन रोड

5. आइसीआइसीआइ मेन रोड

6. एक्सिस बैंक

7. आइडीबीआइ बैंक मेन रोड

क्या है प्रक्रिया

करेंसी एक्सचेंज करने के लिए ग्राहकों को अपने पासपोर्ट की कॉपी जमा करनी होती है। बैंक में उन्हें बताना होता वे कहां जा रहे हैं और क्यों जा रहे हैं। जरूरत कितनी है। वहीं, कुछ निजी एक्सचेंज कंपनियां बिना किसी कागजात के भी मुद्रा एक्सचेंज करती हैं।

एसबीआइ रांची की क्षेत्रीय अधिकारी अरुण पांडेय कहती हैं, रुपए के कमजोर होने से एक्सचेंज पर भी असर पड़ा है। डॉलर की खरीद अब काफी महंगी हो गई है।'

टूर ऑपरेटर संजय चौधरी कहते हैं, अमेरिका और अस्ट्रेलिया जाने वाले झारखंड के पर्यटकों की संख्या में कमी आई है। एक्सचेंज का कार्य इसलिए भी प्रभावित हुआ है।

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