पुलिस ने निर्दोष ग्रामीण को मारी तीन गोलियां, मौके पर मौत; खूंटी-मुरहू में कोहराम

पुलिस की गोली लगने से ग्रामीण की मौत के बाद मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में तीन डॉक्टरों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया...

By Alok ShahiEdited By: Publish:Fri, 20 Mar 2020 09:28 PM (IST) Updated:Sat, 21 Mar 2020 03:36 AM (IST)
पुलिस ने निर्दोष ग्रामीण को मारी तीन गोलियां, मौके पर मौत; खूंटी-मुरहू में कोहराम
पुलिस ने निर्दोष ग्रामीण को मारी तीन गोलियां, मौके पर मौत; खूंटी-मुरहू में कोहराम

खूंटी, जासं : नक्सलियों की टोह में निकली पुलिस जवानों की गोली से एक निर्दोष ग्रामीण की मौत हो गई। यह घटना शुक्रवार की सुबह लगभग पांच बजे मुरहू थानांतर्गत कोयंसार उत्क्रमित मध्य विद्यालय के समीप हुई। मृतक 36 वर्षीय रोशन होरो मुरहू थानांतर्गत कुम्हारडीह निवासी नवीन जोसेफ होरो का पुत्र था। इस संबंध में खूंटी एसपी आशुतोष शेखर ने रात लगभग आठ बजे खूंटी थाना परिसर में मीडिया को घटना की जानकारी देते हुए पुलिस की गलती स्वीकारी। उन्होंने कहा कि मृतक का कोई आपराधिक इतिहास नहीं था। 

उन्होंने मृतक के परिजनों के प्रति झारखंड पुलिस की ओर से गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस घटना से हम लोग पूरी तरह से मर्माहत हैं। झारखंड पुलिस मृतक के परिजनों के साथ है। हम उन्हें राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के दिशा-निर्देश के आलोक में हरसंभव सहयोग करेंगे। परिवार की जो भी मांग होगी उसे पूरा किया जाएगा। पूरी घटना की मजिस्ट्रेट जांच करायी जाएगी। इसके अतिरिक्त अन्य जांच एजेंसी से भी जांच करायी जाएगी।

उन्होंने बताया कि गत रात सीआरपीएफ व तपकरा पुलिस नक्सलियों के एकत्र होने की सूचना पर तपकरा-मुरहू के सीमावर्ती क्षेत्र में छापामारी अभियान में निकले थे। इसी दौरान रात लगभग 10 बजे नक्सलियों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग की। पुलिस द्वारा जवाबी कार्रवाई किए जाने पर नक्सली मुरहू की ओर भाग निकले। इसी घटना को लेकर शुक्रवार की सुबह सीआरपीएफ, सैट व मुरहू पुलिस की संयुक्त टीम गठित कर उसे नक्सलियों की टोह में भेजा गया। टीम जब कुम्हारडीह गांव की ओर छापामारी के लिए निकली। रास्ते में मोटरसाइकिल से आ रहे एक युवक की गतिविधि पुलिस को संदिग्ध नजर आयी तो उसे रुकने का इशारा किया गया। इस पर उक्त युवक मोटरसाइकिल छोड़कर भागने लगा। छापामार टीम ने नक्सली समझकर उस पर तीन फायर कर दिए। पुलिस की गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद उसे उठाकर मुरहू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। युवक के पास से एक बोरी में रखी करीब 10 किलो जानवर की खाल बरामद हुई। बाद में छानबीन करने पर पता चला कि मृतक कुम्हारडीह गांव का था और उसके खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। इसके बाद पुलिस काे अपनी गलती का अहसास हुआ।एसपी ने बताया कि मृतक का छोटा भाई जुनास होरो फौज में है। परिजनों का कहना है कि उसके आने के बाद ही वे अपना मांग पत्र देंगे। परिजनों की जो भी मांग होगी उसे हरसंभव पूरा किया जाएगा। 

नगाड़ा बनवाने सांडी गांव जा रहा था रोशन : घटना की सूचना मिलने पर जब जागरण प्रतिनिधि घटनास्थल की ओर जा रहा था तो रास्ते में कोयंगसार गांव के पास सामने से एक ऑटो से मुरहू थाना आ रहे मृतक रोशन होरो के परिजन मिले। उनसे बात करने पर पता चला कि उन्हें घटना की जानकारी नहीं है। वे मुरहू पुलिस के बुलावे पर मुरहू थाना जा रहे थे। जब उनसे पूछा गया कि रोशन कब घर से निकला था तो रोशन की मां रानीमय होरो व पत्नी जोस्फिना होरो ने बताया कि गांव में एक शादी है इसलिए वह जानवर की खाल लेकर नगाड़ा बनवाने सुबह पांच बजे सांडीगांव जाने की बात कहकर घर से निकला है। जब उनसे पूछा गया कि क्या उसका अपराधियों से संपर्क था, तो उन्होंने कहा कि पूरे गांव में पूछ लीजिए वह बहुत सीधा-साधा युवक है। साल-डेढ़ साल पूर्व वह सीएनआइ चर्च के प्रचारक का काम करता था। अब वह प्रचारक का काम छोड़कर घर के ही कामों में व्यस्त रहता है।

बेसहारा हो गईं तीन छोटी बच्चियां : मृतक रोशन होरो की तीन छोटी-छोटी बेटियां हैं। बड़ी पुत्री 12 वर्षीया एलिना, दूसरी आठ वर्षीया आकांक्षा और तीसरी अर्पित मात्र तीन वर्ष की है। पिता की असमय मौत हो जाने से तीनों बच्चियां बेसहारा हो गई हैं। दोपहर तक तो उन्हें पता भी नहीं था कि उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं। 

मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में किया गया पोस्टमार्टम : मृतक रोशन होरो के शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में किया गया। एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के दिशा-निर्देश के आलोक में प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में तीन डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करायी गई है। रोशन होरो को दो गोलियां लगी थीं। एक गोली होंठ के पास और दूसरी गोली पसली में लगी है। 

दिनभर छावनी में तब्दील रहा मुरहू व खूंटी थाना : सुबह घटना के बाद जब पुलिस को अपनी गलती का अहसास हुआ तो किसी अनहोनी से आशंकित हो मुरहू व खूंटी थाना को छावनी में तब्दील कर दिया गया। मुरहू थाना के मेन गेट को बंद कर दिया गया, वहीं खूंटी थाना में भारी तादाद में पुलिस बल को एकत्र कर दिया गया। घटना की जानकारी फैले न इसकी मुकम्मल व्यवस्था की गयी थी। मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी जा रही थी। पोस्टमार्टम हाउस में शव जब लाया गया तो वहां मीडिया को पास में फटकने भी नहीं दिया गया। जिले के एसपी व डीएसपी समेत अन्य अधिकारी पूरे दिन मुरहू थाना में जमे रहे। इस दौरान एसपी समेत किसी भी अधिकारी ने मीडियाकर्मियाें का फोन रिसीव नहीं किया। अंतत: रात में करीब आठ बजे खूंटी थाना परिसर में मीडियाकर्मियाें को बुलाकर एसपी ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए निर्दोष ग्रामीण के मारे जाने की बात को स्वीकार करते हुए घटना पर अफसोस जताते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की।

chat bot
आपका साथी