Jharkhand: राजभवन के बुलावे पर राज्‍यपाल से मिले स्‍पीकर रवीन्द्रनाथ महतो, बोले- नेता प्रतिपक्ष पर ली जा रही कानूनी राय

Jharkhand Political Update News राजभवन से बाहर आने के बाद स्‍पीकर ने मीडिया से भी बात की। राज्यपाल ने उन्हें नोटिस भेजा था।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 01:57 PM (IST) Updated:Sun, 09 Aug 2020 08:31 PM (IST)
Jharkhand: राजभवन के बुलावे पर राज्‍यपाल से मिले स्‍पीकर रवीन्द्रनाथ महतो, बोले- नेता प्रतिपक्ष पर ली जा रही कानूनी राय
Jharkhand: राजभवन के बुलावे पर राज्‍यपाल से मिले स्‍पीकर रवीन्द्रनाथ महतो, बोले- नेता प्रतिपक्ष पर ली जा रही कानूनी राय

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। राजभवन के बुलावे पर विधानसभाध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो ने रविवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। इस दौरान राज्यपाल ने विधानसभाध्यक्ष से भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी को अभी तक विधानसभा से नेता प्रतिपक्ष की मान्यता नहीं मिलने को लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश द्वारा सौंपे गए ज्ञापन पर चर्चा की। उन्होंने इसमें आ रही अड़चनों की भी जानकारी विधानसभाध्यक्ष से ली।

विधानसभाध्यक्ष ने राज्यपाल को बताया कि बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष की मान्यता देने को लेकर आवश्यक प्रक्रिया चल रही है। फिलहाल इस विषय पर महाधिवक्ता से विभिन्न कानूनी पहलुओं पर परामर्श लिया जा रहा है। जैसे ही उनका परामर्श मिल जाता है, आगे की आवश्यक प्रक्रिया पूरी की जाएगी। राज्यपाल ने नेता प्रतिपक्ष के नहीं होने से आ रही समस्याओं का जिक्र करते हुए इस पर शीघ्र निर्णय लिए जाने की आवश्यकता बताई।

राजभवन से बाहर निकलकर मीडिया से बात करते हुए विधानसभा अध्यक्ष।

राजभवन से बाहर निकलने के बाद मीडिया से बात करते हुए विधानसभाध्यक्ष ने कहा कि बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष की मान्यता देने में कोई पेंच नहीं है। महाधिवक्ता से कानूनी राय मिलने के बाद इसपर अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा। कोरोना संक्रमण के कारण भी इस प्रक्रिया में थोड़ा विलंब हुआ है। बता दें कि झाविमो के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद बाबूलाल मरांडी ने अपनी पार्टी का विलय भाजपा में कर दिया था।

इसके बाद निर्वाचन आयोग ने मरांडी को बतौर भाजपा विधायक के रूप में मान्यता दे दी, लेकिन विधानसभा ने उन्हें भाजपा द्वारा विधायक दल का नेता घोषित किए जाने के बावजूद नेता प्रतिपक्ष के रूप में मान्यता नहीं दी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने पिछले दिनों राजभवन में राज्यपाल से मिलकर इस मामले पर आवश्यक पहल करने का अनुरोध किया था। इसके बाद राज्यपाल ने विधानसभाध्यक्ष को राजभवन बुलाया था।

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