Hindalco Accident: सरयू राय बोले, रेडमड पौंड की ऊपरी दीवार में आई दरार होगी दुरुस्त

Saryu Roy visit Hindalco Accident Site. मंत्री सरयू राय ने मुरी के हिंडाल्को घटनास्थल का निरीक्षण करने के क्रम में स्वर्णरेखा के किनारे बनाकर रखे बोरे पर सवाल उठाया है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 06:50 AM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2019 06:50 AM (IST)
Hindalco Accident: सरयू राय बोले, रेडमड पौंड की ऊपरी दीवार में आई दरार होगी दुरुस्त
Hindalco Accident: सरयू राय बोले, रेडमड पौंड की ऊपरी दीवार में आई दरार होगी दुरुस्त

रांची, जेएनएन। हिंडाल्को हादसे की पूरी जांच कराई जाएगी। रेडमड पौंड की ऊपरी दीवार में आई दरार भी दुरुस्त होगी। खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने गुरुवार को मुरी स्थित हिंडाल्को के धंसे रेडमड पौंड के निरीक्षण के बाद ये बात कही। सरयू राय ने निरीक्षण के दौरान कंपनी की व्यवस्था पर नाराजगी जतायी। वे रेडमड पौंड के अंतिम छोर तक गए। वहां उन्होंने सरनास्थल को भी देखा और उसकी स्थिति से काफी नाराज हुए। हालांकि कंपनी ने इसे जल्द साफ करने की बात कही। मंत्री ने घंटों पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया।

बालू के बोरे देख उठाया सवाल :  सरयू राय ने हिंडाल्को के अधिकारी नित्यानंद राय से कई सवाल पूछे। मंत्री ने स्वर्णरेखा नदी के पास रखे गए बालू के बोरे को देखकर भी सवाल उठाया। सरयू राय ने रेडमड पौंड की दीवार की ऊंचाई, इसे बनाने वाली कंपनी तथा प्रदूषण विभाग की ओर से पूर्व में किए गए निरीक्षण की जानकारी मांगी। कंपनी के अधिकारी ने बताया कि दीवार बनाने का काम इटली की मेकाफेरी कंपनी ने पूरा किया था। वहीं डिजाइन आइआइटी रुड़की, आइआइटी मुंबई व आइएसएम धनबाद के विशेषज्ञों से राय के बाद तैयार किया गया था।

सीमेंट कंपनियों को भेजा जा रहा रेडमड : मंत्री के पूछने पर बताया गया कि प्रतिदिन रेड मड को निकाल कर कंपनी के अंदर रखा जा रहा है। वहीं रोजाना 4000 टन की एक रैक कंपनी से बाहर सीमेंट कंपनियों को भेजी जा रही है।

लापरवाही पर उठाए सवाल : झाविमो के सिल्ली प्रभारी उमेश महतो ने मंत्री  के समक्ष हिंडाल्को की लापरवाही पर सवाल उठाया। कहा, कंपनी लोगों को डस्ट मास्क नहीं दे सकती वह मुआवजा क्या देगी। इसपर कंपनी ने कहा कि हमने चार गुना मुआवजा दिया है। रेडमड गिराने के लिए जमीन देखी जा चुकी है। बातचीत चल रही है।

मुआवजा नहीं मिलने की मांग पर रोका मलबा हटाने का काम

हिंडाल्को हादसे के 18वें दिन भी मलबा हटाने का काम चलता रहा। हालांकि गुरुवार को मुआवजे को लेकर कुछ किसानों ने मलबा हटाने का काम बाधित किया। जिस रास्ते से मलबा हटाया जा रहा था उस जमीन के रैयत घल्टू महतो, ठाकुरदास महतो, सुखन महतो ने आवागमन कर रही गाडिय़ों का रास्ता रोका। मलबा उठाने का कार्य लगभग 4 घंटे तक रूका रहा।

प्रबंधन ने रैयतों को दोपहर में बुलाया लेकिन बात नहीं बनी। आक्रोशित रैयतों ने दोबारा मलबा हटाने का काम रोका। रैयत राजदेव महतो ने बताया कि प्रबंधन ने झूठा दिलासा देकर कार्यालय बुलाया। आठ दिनों से प्रबंधन द्वारा मुआवजे पर टालमटोल किया जा रहा है। 

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