लोकसभा चुनाव में हार के बाद झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष डॉ. अजय कुमार ने दिया इस्‍तीफा

Jharkhand Congress President Ajoy Kumar. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी में इस्‍तीफे का दौर भी शुरू हो गया है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Mon, 27 May 2019 12:14 PM (IST) Updated:Tue, 28 May 2019 02:48 PM (IST)
लोकसभा चुनाव में हार के बाद झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष डॉ. अजय कुमार ने दिया इस्‍तीफा
लोकसभा चुनाव में हार के बाद झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष डॉ. अजय कुमार ने दिया इस्‍तीफा

रांची, राज्य ब्यूरो। लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह को इस्तीफा सौंपा। कयास लगाया जा रहा है कि प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह ने भी कांग्रेस आलाकमान से इस्तीफे की पेशकश की है।

समाचार एजेंसी एएनआइ ने इससे संबंधित एक ट्वीट किया है। इसमें यह लिखा हुआ है कि झारखंड में लोकसभा की मात्र एक सीट जीतने के बाद झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्‍यक्ष डॉ. अजय कुमार ने इस्‍तीफे की पेशकश की है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में सात सीटों पर प्रत्याशी उतारने वाली कांग्रेस को महज एक सीट सिंहभूम में कामयाबी मिली। दो सीटों खूंटी और लोहरदगा में पार्टी प्रत्याशी ने बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन जीत नहीं सके। इसे देखते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार पर इस्तीफा देने का भारी दबाव था।
पार्टी के कई वरीय नेताओं ने भी उनके खिलाफ आरोप लगाए थे। विवाद ज्यादा बढ़ता, इससे पहले ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने इस्तीफा सौंप दिया। बताते हैं कि उन्होंने 24 मई को ही इस्तीफा भेज दिया था। इसमें उन्होंने झारखंड में खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए कार्यमुक्त करने की अपेक्षा जताई। प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर ने भी डॉ. अजय कुमार के इस्तीफे की पुष्टि की है।
डॉ. अजय ने कर दिया संगठन का एनकाउंटर
इस्तीफा दिए जाने के बाद भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार के खिलाफ नेताओं के विरोध का सिलसिला जारी है। रांची महानगर कांग्र्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह ने सोमवार को उन्हें आड़े हाथों लिया। कहा, छह सीटों पर हार के लिए वे सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। उन्होंने पुराने कांग्रेस नेताओं को दरकिनार किया। कमेटी का भी गठन नहीं किया। वे अप्रवासी झारखंडी हैं। अगर उन्होंने गंभीरता बरती होती तो कांग्रेस कम से कम चार सीटों पर विजयी होती।
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि पूर्व आइपीएस अधिकारी डॉ. अजय कुमार एनकाउंटर विशेषज्ञ थे। उन्होंने संगठन का ही एनकाउंटर कर दिया। उनका मुख्य उद्देश्य अपना प्रचार करना था। वे सिर्फ नेताओं के मंच पर नजर आते थे। चुनाव में भी उन्होंने सिर्फ धनबाद और हजारीबाग सीट पर ही फोकस किया। रांची में संगठन की ओर से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की रैली की मांग की गई थी, लेकिन उन्होंने इसके प्रति गंभीरता नहीं दिखाई।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के इस्तीफे पर भाजपा ने कसा तंज
भाजपा ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डा. अजय कुमार के इस्तीफे पर तंज कसा है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि उन्हें रणछोड़ कुमार का नाम दिया जाए। प्रतुल ने कहा कि कांग्रेस के थिएटर में ड्रामे का दौर चल पड़ा है। पहले राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की फिर निर्णय बदल दिया। अब झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर अजय कुमार समेत अनेक प्रदेश के अध्यक्षों ने इस्तीफा सौंपा।
यह पार्टी की हार से जनता का ध्यान हटाने के लिए की जाने वाली ड्रामेबाजी है। विधानसभा चुनाव के पहले डा अजय कुमार रणभूमि को छोड़कर भाग निकले हैं। यह सब दिखाता है कि उन्हें पूरा अंदेशा है कि इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने वाला है।
प्रतुल ने कहा कि डा अजय को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा से सीखना चाहिए जो अपनी व्यक्तिगत हार के बावजूद रांची में आकर सारे कार्यक्रमों में शरीक हो रहे हैं और भाजपा के विजय उत्सव में भी शामिल हो रहे हैं। कांग्रेस को यह सब नौटंकी छोड़कर एक सशक्त विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए।

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