झारखंड में बनेगा देश का सबसे बड़ा युद्ध स्मारक: रघुवर

सर्जिकल स्‍ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर मुख्‍यमंत्री रघुवर दास ने दीपाटोली स्थित आर्मी कैंप पहुंचकर भारत मां के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sat, 29 Sep 2018 08:27 PM (IST) Updated:Sun, 30 Sep 2018 10:10 AM (IST)
झारखंड में बनेगा देश का सबसे बड़ा युद्ध स्मारक: रघुवर
झारखंड में बनेगा देश का सबसे बड़ा युद्ध स्मारक: रघुवर

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में देश का सबसे बड़ा युद्ध स्मारक (वार मेमोरियल) जल्द बनकर तैयार होगा। सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर दीपाटोली स्थित आर्मी कैंप पहुंचे मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि शहीदों से युवाओं को प्रेरणा लेना चाहिए। प्रस्तावित युद्ध स्मारक पर वीर गाथाएं दर्ज होगी। इसके अलावा युद्ध स्मारक पर कारगिल वार को भी प्रदर्शित किया जाएगा ताकि युवा पीढ़ी प्रेरणा ले सके।

यह भी कहा कि राज्य सरकार ने शहीद सैनिकों के परिजनों को दिए जाने वाला सहयोग राशि दो लाख से बढ़ाकर दस लाख रुपये कर दिया गया है। उनकेपरिजनों को अनुकंपा पर नौकरी और घर बनाने के लिए जमीन भी सरकार मुहैया करा रही है। रघुवर दास ने कहा कि देश पर जब भी संकट आए तो हम सबको आपस का बैर भूलकर देश के साथ खड़े रहना चाहिए। हमें अपने सैनिकों का मनोबल बढ़ाने का काम करना चाहिए। इस अवसर पर सर्जिकल स्ट्राइक के वीर जवानों के लिए उन्होंने हस्ताक्षर किया एवं भारतीय सेना के द्वारा आड्रे हाऊस में लगाई गई प्रदर्शनी को भी देखा।

वीर सैनिकों को किया याद : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि पूरे देश में 28 से 30 सितंबर तक पराक्रम पर्व मनाया जा रहा है। 2016 में इसी दिन भारत के वीर जवानों ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों के अड्डों को ध्वस्त किया था। भारतीय जवानों ने अपने साहस और पराक्रम का पूरे विश्व में लोहा मनवाया। उन्होंने कहा कि झारखंड ने देश को कई वीर सपूत दिए हैं। यह परमवीर अलबर्ट एक्का और भगवान बिरसा की जन्मभूमि है। हमें इसके गौरव को और बढ़ाना है।

हमारे लिए सबसे पहले राष्ट्र होना चाहिए। जब भी जरूरत हो, देश के लिए कुर्बान होने को तैयार रहना चाहिए। उन्होंने देश के लिए अपने कर्तव्य में लगे जवानों को नमन करते हुए कहा कि भारत का हर व्यक्तिआपके त्याग और बलिदान के लिए आपका आभारी है। इस अवसर पर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी, गृह विभाग के प्रधान सचिव एसकेजी रहाटे, सेना के अधिकारी एवं पदाधिकारी, एनसीसी एवं कस्तूरबा विद्यालय के बच्चे भी उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी