Jharkhand News: ईडी ने आज फिर मचाई खलबली, पूजा सिंघल से जुड़े 7 ठिकाने खंगाले, गृह सचिव के जीजा फंसे

Jharkhand News पूजा सिंघल के खिलाफ मनी लांड्रिंग मामले में अनुसंधान कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने मंगलवार को फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए बिहार-झारखंड के आधा दर्जन ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। झारखंड के गृह सचिव राजीव अरुण एक्का के बहनोई पर भी दबिश दी गई।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Tue, 24 May 2022 07:41 PM (IST) Updated:Tue, 24 May 2022 07:44 PM (IST)
Jharkhand News: ईडी ने आज फिर मचाई खलबली, पूजा सिंघल से जुड़े 7 ठिकाने खंगाले, गृह सचिव के जीजा फंसे
Jharkhand News: ईडी ने पूजा सिंघल मामले में बिहार-झारखंड के आधा दर्जन ठिकानों पर एक साथ छापा मारा।

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड की निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल के खिलाफ मनी लांड्रिंग मामले में अनुसंधान कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने मंगलवार को एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए बिहार-झारखंड के आधा दर्जन ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। इस छापेमारी में कुछ रुपयों के अलावा करोड़ों के ट्रांजेक्शन से संबंधित दस्तावेज मिले हैं, जिसकी छानबीन की जा रही है। रांची में यह छापेमारी मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सह गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का के बहनोई निशिथ केसरी की अरगोड़ा-पुंदाग रोड स्थित ओक फोरेस्ट अपार्टमेंट के निर्माता निशिथ केसरी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय व आवास के अलावा विशाल चौधरी के फ्रंट लाइन एंड विनायका ग्रुप के अरगोड़ा चौक के समीप कार्यालय व अरगोड़ा के अशोक नगर रोड नंबर छह स्थित विशाल चौधरी के आवास वीर्स होम, प्लाट नंबर 425-बी में हुई है। बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित विशाल चौधरी के पैतृक घर पर भी ईडी की छापेमारी हुई है।

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10 करोड़ का ट्रांजेक्शन किया है विशाल चौधरी ने

ईडी सूत्रों की मानें तो मंगलवार की छापेमारी राज्य के ब्यूरोक्रेट्स की काली कमाई के निवेशकों से संबंधित थी। रिमांड पर निलंबित आइएएस पूजा सिंघल, उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार से मिले इनपुट के अलावा पाकुड़, दुमका व साहिबगंज के डीएमओ से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर ही ईडी ने मंगलवार को छापेमारी की है। ईडी की छापेमारी में सबसे बड़ा निवेशक विशाल चौधरी ही मिला है, जिसके बारे में यह सूचना मिली है कि दस दिन पहले उसने 10 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन किया है। किसे कितनी राशि दी, कहां-कहां से रुपये आए और कहां-कहां स्थानांतरित हुए, उससे संबंधित कागजात ईडी को मिले हैं, जिसकी छानबीन की जा रही है। अरगोड़ा में किसी अनिल झा के यहां भी ईडी की टीम पहुंची थी, लेकिन बिना छानबीन के ही वहां से निकल गई।

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लगातार दूसरे दिन पूजा सिंघल व साहिबगंज के डीएमओ से पूछताछ

निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल 25 मई तक ईडी की रिमांड पर हैं। उनके सामने ही मंगलवार को लगातार दूसरे दिन साहिबगंज के जिला खनन पदाधिकारी (डीएमओ) विभूति कुमार से पूछताछ हुई। पूछताछ अवैध खनन, अवैध ट्रांसपोर्टिंग, हाल के वर्षों में घटी घटनाओं व खान विभाग में नीचे से लेकर ऊपर तक काली कमाई पहुंचाने से संबंधित दस्तावेज के आधार पर हुई है। ईडी सूत्रों के अनुसार अब तक इस मामले में विभूति कुमार ने अपने जवाब से संतुष्ट नहीं किया है।

शराब के कारोबार में शामिल है विशाल चौधरी, नौकरशाहों से करीबी संबंध

विशाल चौधरी अरगोड़ा चौक के समीप स्थित फ्रंटलाइन एंड विनायका ग्रुप का संचालक है। उसकी विनायका फंडामेंटल रिसर्च एंड एजुकेशन सोसाइटी है जो गैर सरकारी संस्था है और कौशल विकास संस्थान के रूप में काम करती है। विशाल चौधरी की पत्नी श्वेता सिंह चौधरी व भाई त्रिवेणी चौधरी हैं। इनकी शराब के कारोबार में रुचि रही है। पूर्व में भी जब राज्य सरकार के माध्यम से शराब की बिक्री हो रही थी, तब विशाल ने मैनपावर उपलब्ध कराया था। झारखंड बिवरेजेज कारपोरेशन लिमिटेड में विशाल चौधरी की पकड़ रही है, इससे संबंधित कागजात भी विनायका ग्रुप के दफ्तर से मिले हैं।

ईडी को यह भी जानकारी मिली है कि कोरोना संक्रमण काल में विशाल चौधरी को करोड़ों रुपये के कोविड किट उपलब्ध कराने का ठेका मिला था। उसपर राज्य के कुछ बड़े आइएएस अफसरों के रुपयों के निवेश करने संबंधित सबूत भी ईडी को मिलने की सूचना है, जिसकी छानबीन चल रही है। विशाल चौधरी के कई नौकरशाहों से करीबी संबंध हैं। वह इनके पैसे निवेश करता था। वह अक्सर विदेश भ्रमण करता था। वह कई सरकारी विभागों में ट्रांसफर-पोस्टिंग समेत टेंडर मैनेज करता था।

एक वरीय आइएएस अधिकारी अक्सर उसके दफ्तर और आवास में देखे जाते थे। अशोक नगर स्थित दफ्तर में वह बुलाकर प्रभावशाली लोगों और अधिकारियों का मनोरंजन करता था। कौशल विकास से जुड़े एक पदाधिकारी के साथ उसके बेहतर रिश्ते थे। अन्य सेवा से राज्य में प्रतिनियुक्ति पर आए अधिकारी की उसपर विशेष कृपा थी। वर्तमान में प्रतिनियुक्ति समाप्त होने के बाद उस अधिकारी की पोस्टिंग दक्षिण भारत के एक प्रमुख शहर में है।

ईडी की ताबड़तोड़ छापेमारी से अफसरों की बोलती बंद करोड़ों के लेन-देन से संबंधित दस्तावेज मिले, छानबीन जारी रांची में गृह सचिव राजीव अरुण एक्का के रिश्तेदार निशिथ केसरी के कंस्ट्रक्शन कंपनी में भी पहुंचा था ईडी विनायका ग्रुप के मालिक विशाल चौधरी के आवास व कार्यालय में दिनभर चलती रही तलाशी मनी लांड्रिंग के पैसे, अफसरों की काली कमाई के निवेश की भी मिली है जानकारी

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