आचार्य बालकृष्ण ने विद्यार्थियों को दी वन उत्पादों की जानकारी

रांची बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के फॉरेस्ट्री कॉलेज के बीएससी फॉरेस्ट्री के

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Jan 2020 09:02 PM (IST) Updated:Sat, 25 Jan 2020 09:02 PM (IST)
आचार्य बालकृष्ण ने विद्यार्थियों को दी वन उत्पादों की जानकारी
आचार्य बालकृष्ण ने विद्यार्थियों को दी वन उत्पादों की जानकारी

जागरण संवाददाता, रांची : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के फॉरेस्ट्री कॉलेज के बीएससी फॉरेस्ट्री के छात्र फॉरेस्ट्री कार्यानुभव पाठ्यक्रम के तहत उत्तराखंड के पर्वर्तीय क्षेत्रों के 17 दिवसीय शैक्षणिक टूर पर गए हुए हैं। 20 छात्रों के इस दल ने हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट के विभिन्न ईकाइयों का दो दिन तक दौरा किया। दल ने पतंजलि फूड एवं हर्बल पार्क में घरेलू वस्तुओं से लेकर आयुर्वेदिक औषधियों के निर्माण के तरीकों तथा जैविक खेती विधि से प्राप्त वन उत्पाद के कच्चे माल के प्रसंस्करण एवं मूल्यवर्धन के तकनीकों के बारे में जानकारी हासिल की।

इस दौरे के क्रम में छात्रों ने पतंजलि अनुसंधान संस्थान व हर्बल पार्क की विश्वस्तरीय आठ प्रयोगशालाओं को देखा। इसके साथ ही आधुनिकतम प्रयोगशाला में उच्च तकनीक से लैस क्लीनिकल परीक्षण और आयुर्वेदिक दवाओं की पैकेजिंग तकनीक एवं विभिन्न बीमारियों के इलाज पर किये जा रहे शोध कार्य एवं उपलब्धियों के बारे में जाना। पंतजलि हर्बल रिसर्च विभाग व पार्क में शोध पत्रों का अध्ययन किया और आयुर्वेद से जुड़े डाटा का संकलन किया।

छात्रों ने आचार्य बालकृष्ण द्वारा संकलित विश्वकोश 'व‌र्ल्ड हर्बल इनसाइक्लोपीडिया' में देश में पाई जाने वाली सत्तर हजार से भी ज्यादा जड़ी-बूटियों का भी अध्ययन किया। टूर के दौरान छात्रों ने पतंजलि के महासचिव आचार्य बालकृष्ण से मुलाकात की। उन्होंने छात्रों को वन उत्पाद के गुणों, उपलब्धता, पहचान, उपयोग, प्रसंस्करण एवं मूल्यवर्धन विषय पर एक विशेष व्याख्यान दिया। इसके साथ ही सीधा संवाद भी किया। आचार्य बालकृष्ण ने वनोत्पाद से आयुर्वेदिक दवाओं का उत्पादन एवं जड़ी-बूटियों के शोध कार्यो के बारे में भी बताया। उन्होंने छात्रों को झारखंड राज्य की वन संपदा एवं वानिकी शिक्षा के क्षेत्र में अवसरों की जानकारी दी।

chat bot
आपका साथी