बंधु तिर्की को बाबूलाल ने झाविमो से निकाला, प्रदीप यादव संग बनाई रणनीति

Jharkhand. बंधु तिर्की 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में झाविमो के टिकट पर मांडर से चुनाव जीते थे। बंधु तिर्की झाविमो का भाजपा में विलय का विरोध कर रहे हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 21 Jan 2020 12:55 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jan 2020 06:19 AM (IST)
बंधु तिर्की को बाबूलाल ने झाविमो से निकाला, प्रदीप यादव संग बनाई रणनीति
बंधु तिर्की को बाबूलाल ने झाविमो से निकाला, प्रदीप यादव संग बनाई रणनीति

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) ने विधायक बंधु तिर्की को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पार्टी के प्रधान महासचिव अभय सिंह ने मंगलवार को इसकी घोषणा की है। प्रधान महासचिव अभय सिंह ने प्रेस वार्ता कर मीडिया को बताया कि बंधु पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता का आरोप है।

बंधु तिर्की 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में झाविमो के टिकट पर मांडर से चुनाव जीते थे। झाविमो के भाजपा में विलय के संबंध में पार्टी लाइन के खिलाफ बोलने के कारण उन्हें नोटिस जारी किया गया था। सोमवार को उन्होंने इस पर जवाब देने की बात भी कही थी। लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया। इसके बाद मंगलवार को उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।

पार्टी के फैसलों की जानकारी देते प्रधान महासचिव अभय सिंह।

झाविमो के भाजपा में विलय का कर रहे विरोध

बंधु तिर्की बाबूलाल मरांडी की पार्टी झाविमो का भाजपा में विलय का विरोध कर रहे हैं। अभी हाल ही में झाविमो की नई कार्यकारिणी में उन्हें कोई अहम पद नहीं दिया गया था। सिर्फ उन्हें सदस्य के रूप में पार्टी में जगह मिली थी। उनके साथ प्रदीप यादव को भी सामान्य सदस्य के रूप में जगह दिया गया था। कहा जा रहा है कि बाबूलाल मरांडी भाजपा में अपनी पार्टी का विलय करने से पहले उन तमाम अवरोधकों को बंद कर देना चाहते हैं जिनसे विलय में बाधा उत्पन्न होने की संभावना हो सकती है। झारखंड विकास मोर्चा के तीन विधायक हैं। बाबूलाल मरांडी, प्रदीप यादव और बंधु तिर्की। बंधु तिर्की ने स्‍पष्‍ट तौर पर कहा था कि वह भाजपा में नहीं जाएंगे। इस तरह झाविमो ने भाजपा में विलय की ओर एक कदम और बढ़ा दिया है।

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