सुखदेवनगर- कोतवाली के थाना प्रभारी सस्‍पेंड, DGP ने पुलिस अफसरों की लगाई क्‍लास; रेस हुआ पूरा महकमा

रांची के किशोरगंज में सीएम के काफिले को रोकने की कोशिश मामले में रांची के दो थानेदारों पर गाज गिर सकती है। झारखंड के डीजीपी एमवी राव ने बुधवार को रांची एसएसपी ऑफिस में एसएसपी सिटी एसपी ग्रामीण एसपी सहित शहर के डीएसपी और थानेदारों के साथ समीक्षा बैठक की।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Wed, 06 Jan 2021 01:14 PM (IST) Updated:Wed, 06 Jan 2021 10:35 PM (IST)
सुखदेवनगर- कोतवाली के थाना प्रभारी सस्‍पेंड, DGP ने पुलिस अफसरों की लगाई क्‍लास; रेस हुआ पूरा महकमा
CM हेमंत सोरेन का काफिला रोकने के मामले में रांची के दो थानेदारों पर गिर सकती है गाज। जागरण

रांची, राज्य ब्यूरो। रांची के हरमू रोड स्थित किशोरगंज चौक पर सोमवार की शाम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काफिला रोकने की कोशिश व उपद्रव की घटना के बाद से पुलिस महकमा रेस है। पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच शुरू हो गई है। वहीं, पुलिस अफसरों को व्यावस्था में सुधार व सख्ती के लिए लगातार निर्देश भी दिए जा रहे हैैं। राज्य के प्रभारी डीजीपी एमवी राव ने बुधवार सुबह रांची एसएसपी कार्यालय में जिले के सभी थानेदारों, डीएसपी, एसएसपी, एसपी सिटी, ग्रामीण एसपी व यातायात एसपी के साथ राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक की। बैठक में डीजीपी ने रांची के एसएसपी को सुखदेवनगर व कोतवाली के थानेदार को निलंबित करना का निर्देश दिया।

डीजीपी ने थानेदारों को स्पष्ट तौर पर चेतावनी दी है कि जो सही तरीके से काम नहीं कर सकते हैं, वे नौकरी छोड़ दें। उन्होंने कहा कि पुलिस की नौकरी में ढुलमुल रवैया नहीं चलता है। सोमवार (चार दिसंबर) की घटना पुलिस के ढुलमुल रवैया का नतीजा है। यह सुखदेवनगर व कोतवाली थानेदार की लापरवाही है। किशोरगंज चौक के पास भीड़ जुट गई और उन्हें पता तक नहीं चल सका।

डीजीपी ने थानेदारों को स्पष्ट शब्दों में कह दिया कि उपद्रवियों के खिलाफ पुलिस अधिकारी कानून के दायरे में रहकर सख्ती के साथ बल का प्रयोग करें। डंडा चलाने से भी हिचके नहीं। अक्सर ऐसा देखा गया है कि उपद्रवी सड़क पर हंगामा करते हैं और पुलिस कार्रवाई करने के बजाय उन्हें समझाने में लगी रहती है। ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटना होगा। उपद्रवी को छोडऩे व कानूनी कार्रवाई नहीं करने की सिफारिश भी आए तो उसे नहीं सुनना है और कड़ी कानूनी कार्रवाई करनी है।

पुलिस अधिकारियों-कर्मियों के कार्यों की होगी समीक्षा

डीजीपी ने कहा कि सभी पुलिस पदाधिकारियों के कार्यों की समीक्षा के लिए एक कमेटी गठित होगी। जिन पुलिस पदाधिकारियों ने एक थाने में तीन साल का समय पूरा कर लिया है, उन्हें स्थानांतरित किया जाएगा। इसके साथ ही आरोपित अधिकारी-कर्मी भी हटाए जाएंगे। रांची जिले में वीवीआइपी-वीआइपी मूवमेंट को देखते हुए पुलिस बल की कमी को दूर किया जाएगा। कई थानों में सिपाहियों की कमी है, उसे दूर किया जाएगा।

थानेदार क्षेत्र में रहें मुस्तैद, कोताही बर्दाश्त नहीं

डीजीपी ने थानेदारों को निर्देश दिया है कि वे स्वयं अपने क्षेत्र में पूरी तरह से मुस्तैद रहें। कोताही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विधि-व्यवस्था संबंधित कोई भी परेशानी सामने आने पर संबंधित क्षेत्र के थानेदार सीधे तौर पर जवाबदेह होंगे।

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