ज्ञान सेतु कार्यक्रम छात्रों के लिए वरदान

मेदिनीनगर : ज्ञान सेतु कार्यक्रम छात्रों के लिए वरदान है। इसकी सफलता के लिए सभी को मिलकर कार्य करना है। शिक्षक इसके लिए छात्रों को प्रेरित करें। उक्त बातें प्रशिक्षु आईएएस डॉ ताराचंद ने कही। वे शुक्रवार को स्थानीय जिला स्कूल के प्रशाल में ज्ञान सेतु कार्यक्रम की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ज्ञान सेतु कार्यक्रम से पिछले एवं कमजोर छात्रों को आगे बढ़ने का मौका मिलता है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Nov 2018 08:56 PM (IST) Updated:Fri, 02 Nov 2018 08:56 PM (IST)
ज्ञान सेतु कार्यक्रम छात्रों के लिए वरदान
ज्ञान सेतु कार्यक्रम छात्रों के लिए वरदान

मेदिनीनगर : ज्ञान सेतु कार्यक्रम छात्रों के लिए वरदान है। इसकी सफलता के लिए सभी को मिलकर कार्य करना है। शिक्षक इसके लिए छात्रों को प्रेरित करें।

उक्त बातें पलामू के प्रशिक्षु आइएएस डॉ ताराचंद ने कहीं। वे शुक्रवार को स्थानीय जिला स्कूल प्रशाल में ज्ञान सेतु कार्यक्रम की समीक्षा बैठक सह कार्यशाला में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ज्ञान सेतु कार्यक्रम से पिछड़े व कमजोर छात्रों को आगे बढ़ने का मौका मिलता है। कहा कि कई ग्रुप में बांटकर छात्रों को एक समान लाने का प्रयास बहुत ही उपयोगी साबित होगा। उन्होंने सभी शिक्षक व शिक्षाकर्मियों से इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया। मौके पर पलामू के जिला शिक्षा पदाधिकारी सुशील कुमार ने ज्ञान सेतु कार्यक्रम की सफलता के लिए कई गुर लोगों को बताया। कहा कि सरकार के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम से कमजोर बच्चे को आगे बढ़ाने का मौका मिलता है। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधीक्षक मसूदी टूडु ने कहा कि ज्ञान सेतु कार्यक्रम सभी विद्यालयों में चलाया जा रहा है। उन्होंने इस कार्यक्रम के औचित्य पर प्रकाश डाला। कहा कि स्कूलों में अध्यनरत किसी भी बच्चों को पढ़ाई में कमजोर नहीं होने देना है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने का आह्वान किया। नीति आयोग सदस्य सनी कुमार ने भी ज्ञानसेतु के उद्देश्य व इसे पूरा करने पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में झारखंड शिक्षा परियोजना के एडीपीओ संजय कापरी, एपीओ चंद्रदीप राम, किशोर दुबे, मुकेश तिवारी, लक्ष्मी शंकर मिश्रा, संजय कुमार,अरुण मिश्रा, धर्मेंद्र ¨सह, सुशील कश्यप, चितरंजन कुमार, ओम प्रकाश ¨सह, एजाज अहमद, रजत कुमार, प्रभात दुबे, संजय रजक, हीना ¨सह, विनोद तिवारी समेत जिला के बीईईओ, बीपीओ, बीआरपी, सीआरपी व संबंधित शिक्षक उपस्थित थे।

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