संस्कृति व परंपरा को रखें अक्षुण्ण

मेदिनीनगर : आदिवासी सभ्यता व संस्कृति पुरातन है। हमें इस गौरवशाली सनातन को अक्षुण्ण बनाए रखना होगा।

By Edited By: Publish:Mon, 23 Mar 2015 10:52 PM (IST) Updated:Mon, 23 Mar 2015 10:52 PM (IST)
संस्कृति व परंपरा को रखें अक्षुण्ण

मेदिनीनगर : आदिवासी सभ्यता व संस्कृति पुरातन है। हमें इस गौरवशाली सनातन को अक्षुण्ण बनाए रखना होगा।

उक्त बातें जीएलए कॉलेज में जनजातीय भाषा के प्राध्यापक प्रो. कैलाश उरांव ने कही। वे सोमवार को स्थानीय जिला स्कूल मैदान में सरहुल पूजा महोत्सव के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में बोल रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन विद्यार्थी परिषद व विश्व ¨हदू परिषद के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कहा कि सरहुल पर्व आदिवासी व गैरआदिवासी मिल जुलकर मनाते हैं। श्री उरांव ने हरेक घर में सखुआ का एक पेड़ लगाने की बात कही। वरिष्ठ पत्रकार बासुदेव तिवारी ने आदिवासियों को ऐतिहासिक, सामाजिक व सांस्कृतिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। कहा कि आदिवासी सरल व प्रकृतिप्रेमी होते हैं। सरना समाज के सचिव बलराम उरांव ने कहा कि सरहुल के मौके पर हमें प्रकृति को बचाने का संकल्प लेना चाहिए। श्यामलाल उरांव ने आदिवासियों के गौरवशाली ऐतिहासिक परंपरा का उल्लेख करते हुए पूर्वजों के बताए मार्गो का अनुसरण करने की बात दुहराई।

कार्यक्रम में आयोजक मंडली की ओर से समारोह में पहुंचे करीब दो दर्जन पूजा समितियों के अध्यक्ष, सचिव पाइन व महिला सदस्य को सम्मानित किया गया। संचालन विद्यार्थी परिषद के श्वेतांक गर्ग ने किया।

मौके पर प्रो केके मिश्रा, भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, जिप उपाध्यक्ष विनोद सिंह, विभाकर पांडेय, नवल तुलस्यान, किशोरीलाल लाठ, रीतेश बाड़ा, राजकुमार उजाला, नरेश सोनी, मुखिया रोशनी टोप्पो, नरेंद्र पांडेय, दुर्गा जौहरी, शिक्षक नेता अरविंद सिंह, ओमप्रकाश पप्पू समेत जिले के कई गणमान्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम संचालन में एबीभीपी के प्रिंस पांडेय, सुधांशु तिवारी, डा. विजय प्रसाद, ज्योति पांडेय आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मौके पर जिप उपाध्यक्ष विनोद सिंह ने समिति को मांडर उपलब्ध कराने की घोषणा की।

जय चाला, जय धमेश से गूंजा क्षेत्र

जिला स्कूल मैदान में उमड़े लोग

मेदिनीनगर : सरहुल महोत्सव को ले क्षेत्र के विभिन्न पूजा आयोजन समितियों ने शोभायात्रा निकाली। सदर व चैनपुर प्रखंड के विभिन्न मार्गो से होते हुए मांदर व नगाड़े की थाप पर नाचते-गाते युवक युवतियां जिला स्कूल मैदान पहुंचे। सरना ध्वज लिए पारंपरिक वेशभूषा में सरना समुदाय के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। वहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शोभा यात्रा निकालनेवालों में जयनगरा, चियांकी, शाहपुर, पोखराहा, गणके, कादुआडीह, खुरा, सेमरा, लीलवाकरम, बहलोलवा, चुकरू, रबदा, रजहरा, कुदागा, उलडंडा, गुरियाही आदि की समिति शामिल है।

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