आधुनिक युग की शिक्षा व्यवस्था में इग्नू की भूमिका अहम: डॉ. मोहंती

मधुसूदल लाल अग्रवाल महिला महाविद्यालय परिसर में शनिवार को इग्नू में संभावनाएं विषयक परिचर्चा का आयोजन किया गया। मौके पर इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डा एस मोहंती ने छात्राओं को संबोधित करते हुए छात्राओं को नए दौर की शिक्षा, जॉब के लिए जरूरी शैक्षणिक योग्यता और इसमें इग्नू की भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने छात्राओं को बताया कि इग्नू के तमाम पाठ्यक्रम नेशनल स्

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jan 2019 10:50 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jan 2019 10:50 PM (IST)
आधुनिक युग की शिक्षा व्यवस्था में इग्नू की भूमिका अहम: डॉ. मोहंती
आधुनिक युग की शिक्षा व्यवस्था में इग्नू की भूमिका अहम: डॉ. मोहंती

लोहरदगा : मधुसूदल लाल अग्रवाल महिला महाविद्यालय परिसर में शनिवार को इग्नू में संभावनाएं विषयक परिचर्चा का आयोजन किया गया। मौके पर इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. एस मोहंती ने छात्राओं को संबोधित करते हुए छात्राओं को नए दौर की शिक्षा, जॉब के लिए जरूरी शैक्षणिक योग्यता और इसमें इग्नू की भूमिका पर चर्चा जरूरी है। उन्होंने छात्राओं से कहा कि इग्नू के तमाम पाठ्यक्रम नेशनल स्टैंडर्ड पर आधारित है। कई ऐसे पाठ्यक्रम हैं जो दूसरे यूनिवर्सिटी और शिक्षण संस्थान नहीं मुहैया करा सकते हैं। नियमित और परंपरागत शिक्षण संस्थानों में नामांकन नहीं हो पाने से विद्यार्थी हतोत्साहित ना हों। देश के हर कोने में और दुनिया के 36 देशों में इग्नू की शैक्षिक शाखा 40 लाख से ज्यादा शिक्षार्थियों को उनकी मंजिल तक पहुंचने में मददगार साबित हो रही है। आधुनिक युग की शिक्षा व्यवस्था में इग्नू की भूमिका अहम है। उन्होंने कहा कि लोहरदगा में रूरल डेवलपमेंट पर सर्टिफिकेट डिप्लोमा और पीजी का पाठ्यक्रम इसी सत्र से प्रारंभ कर दिया जाएगा। क्षेत्रीय उपनिदेशक डॉक्टर मोती राम ने कहा कि 33 साल में इग्नू ने शिक्षा के नए मानदंड कायम किए हैं। 230 से अधिक प्रोग्राम अभी संचालित हो रहे हैं। सामान्य पाठ्यक्रमों से लेकर व्यवसायिक, तकनीकी, कृषि आधारित, पर्यटन, मेडिकल शादी से जुड़े पाठ्यक्रम संभावनाओं के नए द्वार खोलते हैं। कामकाजी लोग और गृहणियों को इग्नू ने शिक्षा की बड़ी सुविधा दी है। कौशल विकास और रोजगार परक पाठ्यक्रमों के बारे में इग्नू के अधिकारियों और शिक्षाविदों ने जानकारी दी। बीएस कॉलेज स्थित इग्नू सेंटर के समन्वयक डा. शशि कुमार गुप्ता ने कहा कि भारत सरकार का यह मुक्त विश्वविद्यालय सबके लिए है। एसटी-एससी वर्ग के विद्यार्थियों का नामांकन शुल्क उन्हें वापस कर दिया जाता है। कार्यक्रम में प्रो. राजकिशोर, मंजू खत्री, स्नेह कुमार, बीके बड़ाइक, अवध किशोर मिश्रा, रूणा कुमारी, गीता कुमारी सहित अन्य शिक्षक और सभी फैकल्टी की छात्राएं मौजूद थीं।

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