बेतला में हथिनी की मौत, पोस्टमार्टम के बाद दफनाया

संवाद सूत्र बेतला लातेहार पलामू व्याघ्र परियोजना क्षेत्र अंतर्गत बेतला नेशनल पार्क में सोमवार क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Jul 2020 06:52 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jul 2020 06:52 PM (IST)
बेतला में हथिनी की मौत, पोस्टमार्टम के बाद दफनाया
बेतला में हथिनी की मौत, पोस्टमार्टम के बाद दफनाया

संवाद सूत्र, बेतला, लातेहार : पलामू व्याघ्र परियोजना क्षेत्र अंतर्गत बेतला नेशनल पार्क में सोमवार की रात एक हथिनी की मौत हो गई। मंगलवार की सुबह गश्त पर निकले वनकर्मियों ने हथिनी का शव देखा और इसकी जानकारी वन विभाग के वरीय अधिकारियों को दी। बाद में अधिकारियों की उपस्थिति में हथिनी के पोस्टमार्टम के बाद उसे दफना दिया गया। हाथी का शव बेतला-महुआडांड़ मुख्य मार्ग के किनारे बीसी वन के जंगलों में मिला। इस स्थान को मुरकटी के नाम से भी जाना जाता है। स्थानीय वन विभाग के पदाधिकारियों ने कहा कि फिलहाल मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पोस्टमॉर्टेम रिर्पोट आने के बाद ही इसका खुलासा होगा। बता दें कि इससे पहले भी बेतला नेशनल पार्क में एक बाघिन और दो बायसन की मौत हो चुकी है। इधर हाथी की मौत के बाद पलामू टाइगर रिजर्व से जुड़े लोग चितित हैं। पलामू टाइगर रिजर्व में इसके पहले भी कई हाथियों की असमय मौत हो चुकी है। वन विभाग के अधिकारी पहुंचे बेतला पार्क

मामले की जानकारी मिलने पर पलामू व्याघ्र परियोजना क्षेत्र के डायरेक्टर वाई. के दास, डीएफओ कुमार आशीष, वफर एरिया के डीएफओ मुकेश कुमार, प्रशिक्षू आइएफएस बंकर, रेंजर प्रेम प्रसाद, वनपाल उमेश दुबे घटनास्थल पर पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि हथिनी की उम्र 16 वर्ष के करीब लग रही है। देखने से लगता है कि हथिनी अपने झूंड से अलग होकर चल रही होगी बरसात का मौसम है। किसी जहरीले जंतू का काटना भी मौत का कारण हो सकता है। वैसे पोस्टमार्टम रिर्पोट से ही कारण स्पष्ट होगा। अधिकारियों की निगरानी में हुआ पोस्टमार्टम

हथनी की मौत की सूचना पाकर पहुंचे वन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में हथिनी का पोस्टमार्टम घटनास्थल के समीप डॉ. चंदन कुमार व उनके सहयोगियों ने किया। इसके साथ ही हथिनी के कई अंगों को फारेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा गया। विधायक ने मुख्यमंत्री से की जांच की मांग

हथनी की मौत की सूचना मिलने पर स्थानीय विधायक रामचंद्र सिंह ने कहा कि बेतला नेशनल पार्क में जंगली जानवरों की मौत काफी तकलीफदेह है। इस मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उच्च स्तरीय जांच की मांग की जाएगी।

कोट ::

वर्तमान में छत्तीसगढ़ इलाके से हाथियों के झुंड का मूवमेंट इस इलाके के जंगलों में हुआ है। संभावना है कि मृत हथिनी किसी कारणवश अपने झुंड से भटक गई होगी क्योंकि पास में ही हाथियों के झुंड का पदचिन्ह देखा गया है। बरसात के कारण जहरीले जंतु के भी काटने की आशंका है। फिलवक्त पोस्टमार्टम रिर्पोट का इंतजार किया जा रहा है।

वाई. के दास, डायरेक्टर पलामू व्याघ्र परियोजना क्षेत्र।

chat bot
आपका साथी