मकर संक्रांति सामाजिक एवं यज्ञ संस्कृति का पर्व है: मुकेश

भगत ¨सह प्रभात शाखा पिपचो के तत्वावधान में तिलोकरी स्थित मॅाडर्न किड्स वे में सोमवार को स्वयंसेवकों द्वारा मकर संक्रांति उत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरूआत खंड कार्यवाह सुनील कुमार ने शाखा लगाकर किया जबकि सह खंडकार्यवाह संतोष कुमार ने गीत और जिला कार्यकारिणी सदस्य सकलदेव राम ने सुभाषित गाकर किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jan 2019 06:45 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jan 2019 06:45 PM (IST)
मकर संक्रांति सामाजिक एवं यज्ञ संस्कृति का पर्व है: मुकेश
मकर संक्रांति सामाजिक एवं यज्ञ संस्कृति का पर्व है: मुकेश

जयनगर (कोडरमा): भगत ¨सह प्रभात शाखा पिपचो के तत्वावधान में तिलोकरी स्थित मॅाडर्न किड्स वे में सोमवार को स्वयंसेवकों द्वारा मकर संक्रांति उत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत खंड कार्यवाह सुनील कुमार ने शाखा लगाकर किया जबकि सह खंड कार्यवाह संतोष कुमार ने गीत और जिला कार्यकारिणी सदस्य सकलदेव राम ने सुभाषित गाकर किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सह जिला कार्यवाह मुकेष राणा ने कहा कि हिन्दू संस्कृति में हर दिन कोई ना कोई उत्सव मनाया जाता है। ऋषियों ने समाज में समरसता लाने के लिए उत्सवों का निर्माण कराया है। उन्होंने कहा कि मकर संक्रंाति में स्नान और दान दोनों कार्य महत्वपूर्ण हैं। आज के दिन सूर्यदेव धनुराषि को पार कर मकर राषि में प्रवेश करते है। सूर्य का मकर राषि में प्रवेश होना काफी फलदायक माना जाता है। उन्होंने कहा कि मकर संक्रंाति सामाजिक और यज्ञ संस्कृति का पर्व है। इस पर्व पर तिल गुड़ खाने से यह प्रतीत होता है कि छोट-छोटे लोग किस प्रकार समाज में मिठास ला सकते हैं और तिलों की तरह बिखरे समाज को गुड़ रूपी आत्मीयता से बांधकर संगठित कर सकते हैं। खंड कार्यवाह सुनील कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि मकर संक्रांति से सूर्य का प्रकाश बढ़ने लगता है और दिन भी बड़े होने लगते है। इस दौरान स्वयंसेवकों ने मिलकर चूड़ा दही, तिलकुट और गुड़ का खूब आनंद उठाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भुवनेश्वर पांडेय ने किया। मौके पर महेंद्र मोदी, लखन यादव, कैलाश मोदी, देवषरण यादव, उगर साव, छोटन यादव, शारदा पांडेय, प्रकाष पांडेय आदि कई लोग उपस्थित थे। वहीं दूसरी ओर परसाबाद में भी शिवाजी प्रभात शाखा के तत्वावधान में मकर संक्रांति का उत्सव पूरे धूमधाम से मनायार गया। यहां भी लोगों ने दही चूड़ा का भरपूर आनंद लिया और एक दूसरे को मकर संक्रांति की बधाई दी। मौके पर संतोष कुमार, संजय कुमार, योगेश मिश्रा, ओमप्रकाश कुमार, श्यामसुंदर कुमार, रितेश कुमार आदि उपस्थित थे। धूमधाम से मना मकर संक्रांति उत्सव

मरकच्चो : प्रखंड के सभी गांव में मकर संक्रांति का त्यौहार सोमवार को धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर लोगों ने सुबह में नदी तालाबों में स्नान कर तिल की डंठल को जलाकर तापा। इसके बाद चूड़ा दही तिलकुट आदि का सेवन किया। इस अवसर पर संपन्न लोगों ने गरीबों के बीच तिलकुट, गुड ,चूड़ा , का वितरण किया ।भारी संख्या में लोगो ने बराकर नदी स्थित उत्तर वाहिनी में  स्नान किया ।स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं ने प्रखंड के बरहवा जंगल स्थित प्रसिद्ध कर्मा धाम में पूजा-अर्चना की। वैसे तो प्रखंड के सभी नदियों तालाबों में महिलाओं , पुरुषों एवं बच्चों की  भीड़ अहले सुबह से ही स्नान के लिए लगी रही। वहीं दूसरी ओर पतित पावनी गंगा और सागर के मिलन स्थल गंगासागर में मकर संक्रांति के दिन स्नान के लिए मरकच्चो प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रखंड के विभिन्न गांवों से सैकड़ों लोगों ने कोलकाता के लिए रवाना हुए ।कोलकाता से श्रद्धालु स्टीमर एवं नावों के माध्यम से गंगासागर जाएंगे जहां इस वर्ष 15 जनवरी को गंगा में डूबकी लगाकर स्नान करेंगे।

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