300 स्कूलों में शिक्षण कार्य ठप, सरकारी शिक्षकों की होगी प्रतिनियुक्ति

मांगों को ले आंदोलन कर रहे पारा शिक्षकों के उपर रांची में लाठीचार्ज के बाद कोडरमा में भी स्कूली शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गया है। पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में पारा शिक्षकों के हड़ताल पर जाने से जिले में करीब 300 स्कूलों में ताला लटक गया है। अब इन स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था बहाल के लिए सरकारी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की तैयारी की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 06:08 PM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 06:08 PM (IST)
300 स्कूलों में शिक्षण कार्य ठप, सरकारी शिक्षकों की होगी प्रतिनियुक्ति
300 स्कूलों में शिक्षण कार्य ठप, सरकारी शिक्षकों की होगी प्रतिनियुक्ति

कोडरमा : मांगों को ले आंदोलन कर रहे पारा शिक्षकों पर रांची में लाठीचार्ज के बाद कोडरमा में भी स्कूली शिक्षा बुरी तरह चरमरा गई है। पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में पारा शिक्षकों के हड़ताल पर जाने से जिले में करीब 300 स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था ठप हो गई है। अब इन स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था बहाल करने के लिए सरकारी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की तैयारी की जा रही है। इसके बावजूद दर्जनों स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था संभव नहीं हो पाएगी। पारा शिक्षकों की हड़ताल के बाद जिला स्तर पर सभी बीईईओ को पारा शिक्षक भरोसे संचालित स्कूलों में सरकारी शिक्षक प्रतिनियुक्त कर शिक्षण व्यवस्था सुचारू करने को कहा जा रहा है।

जिले में कुल 650 सरकारी विद्यालय हैं। इसमें 302 विद्यालयों का संचालन सीधे पारा शिक्षकों के भरोसे है। जिले में 1812 पारा शिक्षक हैं जबकि सरकारी शिक्षकों की संख्या 590 है। इसमें भी कई सरकारी शिक्षक अन्य दूसरे कार्य व मॉडल विद्यालयों में प्रतिनियुक्त है। ऐसे में सभी सरकारी शिक्षक की प्रतिनियुक्ति के बाद भी 5 दर्जन से ज्यादा स्कूलों में ताला लटका रह जाएगा। वहीं जिले के कमोवेश सभी पंचायतों में स्कूली शिक्षा व्यवस्था में पारा शिक्षक अहम भूमिका निभा रहें है। ऐसे में हड़ताल का जबरदस्त प्रभाव सभी प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में पड़ना तय है। यहां तक कि एक-एक सरकारी शिक्षक के प्रतिनियुक्ति के बाद भी स्थिति में किसी तरह के सुधार की संभावना नहीं बनेगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी स्तर से सभी बीईईओ को वैकल्पिक व्यवस्था का निर्देश दिया जा रहा है। 1474 शिक्षक रहे थे अनुपस्थित

सरकार के कड़े निर्देश के बाद 15 नवंबर को जिलेभर के 1474 पारा शिक्षक स्कूलों में अनुपस्थित रहे थे। विभाग स्तर से इसकी जानकारी ली गई थी, जबकि 338 पारा शिक्षक स्कूलों में उपस्थित रहे थे। अनुपस्थित रहे पारा शिक्षकों में अधिकतर ने व्यक्तिगत कारणों से छुट्टी ली थी। वहीं शुक्रवार की उपस्थिति रिपोर्ट विभाग को नहीं मिल पायी है। वैसे संघ के स्तर से हड़ताल की सूचना विभाग को दी गई है। लेकिन व्यक्तिगत स्तर से किसी भी पारा शिक्षक ने हड़ताल पर रहने की सूचना विभाग को नहीं दी है। माना जा रहा है कि एक-दो दिनों में हड़ताल पर रहनेवाले पारा शिक्षकों और इससे पड़नेवाले प्रभाव का सही आकलन हो पाएगा।

ज्ञानसेतु कार्यक्रम को भी झटका

कोडरमा: पारा शिक्षकों के हड़ताल से शिक्षण व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए शुरू की गई ज्ञानसेतु कार्यक्रम को भी झटका लगना तय है। इस हड़ताल के बाद विभिन्न विद्यालयों से सरकारी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति पारा शिक्षक द्वारा संचालित विद्यालयों में की जा रही है। इससे नियमित रूप से ज्ञानसेतु कार्यक्रम का रिपोर्ट संभव नहीं हो पाएगा। यहां तक की कई शिक्षकों का ऑन लाईन उपस्थिति भी नहीं बन पाएगा। इससे अभियान प्रभावित होगा। सरकार से नहीं मिला दिशा-निर्देश

कोडरमा:: आंदोलनरत पारा शिक्षकों के विरूद्ध कार्रवाई से संबंधित किसी तरह का दिशा-निर्देश राज्य से जिला कार्यालय को नहीं मिला है। ऐसे में जिला कार्यालय द्वारा फिलहाल हड़ताल पर गये पारा शिक्षकों को लेकर वैकल्पिक व्यवस्था की तैयारी की जा रही है। इस संबंध में एडीपीओ देवेश कुमार ने बताया कि शिक्षण व्यवस्था प्रभावित न हो इसके लिए जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं।

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