ब्यूटी पार्लर चलाकर बेटियों का बनाया इंजीनियर व एमबीए

By Edited By: Publish:Sun, 28 Sep 2014 10:57 PM (IST) Updated:Sun, 28 Sep 2014 10:57 PM (IST)
ब्यूटी पार्लर चलाकर बेटियों का बनाया इंजीनियर व एमबीए

कोडरमा: इंसान की किस्मत उसके हाथों की लकीरों में नहीं होती है। इंसान अपने कर्मो से अपनी किस्मत को लिखता है। नारीशक्ति की उपासना का पर्व दुर्गापूजा समाज में खुद को अबला समझनेवाली महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है झुमरीतिलैया गौरीशंकर मुहल्ला निवासी मंजू कंधवे के संघर्ष की कहानी।

कठिन परिश्रम, लगन, ईमानदार की बदौलत मंजू ने काफी कम उम्र में अपने पति की मौत के बाद उत्पन्न विकट परिस्थितियों का सामना करते हुए न केवल खुद का संभाला, बल्कि अपने तीन बेटी और एक बेटे को अच्छी शिक्षा भी दी। आज उनकी दो बेटियां बंगलोर में इंजीनियर है। तीसरी एमबीए कर बेंगलूर में ही अच्छी नौकरी कर रही है। वहीं एक बेटा सीए कर रहा है। मंजू के घर में आज सुख सुविधा की सारी चीजें है।

मंजू कंधवे के पति विजय कंधवे व्यवसायी थे। इनकी शादी 1984 में हुई थी। उस वक्त मंजू 19 वर्ष की थी और मैट्रिक की परीक्षा दी थी। शादी के पांच वर्षो में तीन बेटियों नैंसी, रूपल, वर्षा व बेटा स्मिथ के साथ पूरा परिवार खुशहाल जिंदगी जी रहा था। इसी बीच 30 मार्च 1989 को सड़क दुर्घटना में पति विजय कंधवे की मौत हो जाती है। शादी के पांच वर्ष गुजरे ही थे कि अचानक हंसती खेलती जिंदगी पर दु:खो का पहाड़ टूट पड़ा। 24 वर्ष की छोटी सी उम्र में पति की मृत्यु के बाद छोटे-छोटे बच्चों के परवरिश की जिम्मेवारी आ गई। ससुर भी नहीं थे। लेकिन उसने हिम्मत से काम लिया। बच्चे काफी छोटे छोटे थे, लेकिन वह किसी के सामने हाथ नहीं फैलाई और खुद को आत्मनिर्भर बनाने का फैसला किया। दु:ख की उस घड़ी को याद कर उनकी आंखे नम हो जाती है। उसने नियति के इस परीक्षा को चुनौती के रूप में स्वीकारा समाज की रुढि़वादी सोच के खिलाफ कदम आगे बढ़ाते हुए वर्ष 1992 में उर्वशी के नाम से शहर का पहला महिला ब्यूटी पार्लर खोला। फिर धीरे धीरे मंजू का आत्मविश्वास बढ़ता गया। अभी शहर में दो ब्यूटी पार्लर के साथ एक कॉस्मेटिक की दुकान चला रही है।

मंजू आज महिलाओं के लिए प्रेरणाश्रोत है। वह कहती है महिलाएं अपने आप को लाचार कभी नहीं समझे। समस्याओं से लड़कर आगे ब़ढने की सोचनी चाहिए। महिलाओं में असीम शक्ति है। उसका उपयोग किया जाना चाहिए। फिलहाल वह रोटरी क्लब के महिला विंग इनरव्हील क्लब कोडरमा की मेंबर है। उनका आगे समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य करने करने का इरादा है।

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