विकास के मानकों के आधार पर तैयार करें एक्शन प्लान : उपायुक्त

उपायुक्त शशि रंजन ने शनिवार को विशेष केंद्रीय सहायता योजना अंतर्गत क्रियान्वित योजनाओं की अद्यतन भौतिक व वित्तीय प्रगति की समीक्षा की।उपायुक्त शशि रंजन ने शनिवार को विशेष केंद्रीय सहायता योजना अंतर्गत क्रियान्वित योजनाओं की अद्यतन भौतिक व वित्तीय प्रगति की समीक्षा की।

By Dilip KumarEdited By: Publish:Sat, 30 Apr 2022 10:37 PM (IST) Updated:Sat, 30 Apr 2022 10:38 PM (IST)
विकास के मानकों के आधार पर तैयार करें एक्शन प्लान : उपायुक्त
उपायुक्त शशि रंजन ने शनिवार को विशेष केंद्रीय सहायता योजना अंतर्गत

जागरण संवाददाता, खूंटी : उपायुक्त शशि रंजन ने शनिवार को विशेष केंद्रीय सहायता योजना अंतर्गत क्रियान्वित योजनाओं की अद्यतन भौतिक व वित्तीय प्रगति की समीक्षा की। मौके पर उन्होंने विशेष केंद्रीय सहायता योजना अंतर्गत विभिन्न स्तर से प्राप्त योजनाओं के प्रस्ताव पर विचार विमर्श किया। उपायुक्त ने विभिन्न योजनाओं की लंबित व प्रक्रियाधीन योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। बैठक में सोलर इरिगेशन से संबंधित कार्यों में तेजी लाने के लिए कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया। इसके साथ ही कर्रा प्रखंड के समेकित आजीविका कृषि प्रणाली (इंटीग्रेटेड पार्क) को विकसित करने से संबंधित क्रियान्वित योजनाओं पर चर्चा की। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि ट्रेनिंग सेंटर के माध्यम से किसानों के लिए उचित प्रशिक्षण व संसाधन केंद्र विकसित किया जाना है। समीक्षा के क्रम उपायुक्त ने पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, ग्रामीण विकास विभाग, जिला समाज कल्याण एवं कार्यकारी एजेंसियों को निदेश दिया कि सभी स्वीकृत परियोजनाओं को अतिशीघ्र पूर्ण करें। उपायुक्त ने कहा कि सामूहिक प्रयास से स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, आजीविका के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आ सकता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को स्वरोजगार के लिए विभिन्न प्राशिक्षण कार्यक्रमों से जोड़ा जाना आवश्यक है। निर्देश दिया कि जिले के प्लस टू उच्च विद्यालयों को विकसित किया जाय। इन विद्यालयों में सभी प्रकार की सुविधाएं व बेहतर शिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्लस टू उच्च विद्यालयों ब्लैक बोर्ड की जगह ग्रीन बोर्ड लगाए जाय। विद्यालयों में जिला प्रशासन द्वारा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ कर उचित शिक्षण व्यवस्था, तकनीकी सुविधाएं यथा स्मार्ट क्लास, आधारभूत संरचना को सुदृढ़ कर विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराई जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि जिले में ड्राप आउट बच्चों को विद्यालय से जोड़ने के लिए चलाए गए अभियान देलाबु इसकुल तेबुआ के तहत किए गए सर्वे के आधार पर मूल्यांकन करते हुए विद्यालयों को बेहतर रूप में विकसित करने पर विशेष जोर दें। मौके पर उपायुक्त ने निर्देशित किया कि कि तेजस्विनी परियोजना एक महत्वकांक्षी कार्यक्रम है। किशोरियों के समग्र विकास की दिशा में उन्हें उचित प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जोड़ा जाना अहम है।

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