अस्पताल में बिजली, पंखा और दवा की व्यवस्था दुरुस्त करें
कोरोना वायरस का प्रसार बढ़ रहा है इसी का परिणाम है कि सक्रिय संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। संक्रमित मरीजों को जिला मुख्यालय स्थित सरकारी व निजी अस्पतालों में बेहतर उपचार की सुविधा समय पर उपलब्ध कराने को बुधवार शाम को उपायुक्त फैज अक अहमद मुमताज अधीनस्थ पदाधिकारियों के साथ कोरोना अस्पताल का निरीक्षण किए। 300 बेड क्षमता वाले कोरोना अस्पताल के निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को तत्काल सभी खराब पंखे को दुरुस्त करने आवश्यकता के अनुरूप नए पंखा लगाने का निर्देश दिया।
संवाद सहयोगी, जामताड़ा : कोरोना वायरस का प्रसार बढ़ रहा है इसी का परिणाम है कि सक्रिय संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। संक्रमित मरीजों को जिला मुख्यालय स्थित सरकारी व निजी अस्पतालों में बेहतर उपचार की सुविधा समय पर उपलब्ध कराने को बुधवार शाम को उपायुक्त फैज अक अहमद मुमताज अधीनस्थ पदाधिकारियों के साथ कोरोना अस्पताल का निरीक्षण किए। 300 बेड क्षमता वाले कोरोना अस्पताल के निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को तत्काल सभी खराब पंखे को दुरुस्त करने, आवश्यकता के अनुरूप नए पंखा लगाने का निर्देश दिया। इधर बिजली की कुव्यवस्था को दूर करने के लिए ट्रांसफार्मर की मरम्मत या नया अधिष्ठापन करने का निर्देश दिया।
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ चंद्रशेखर आजाद को निर्देश दिया गया कि कोरोना अस्पताल में समय से पूर्व आवश्यक दवा उपलब्ध कराएं। अस्पताल की साफ सफाई, नमूना जांच, मरीजों को मिल रही सुविधाओं के बारे में उपायुक्त ने जानकारी ली। । उपायुक्त के निर्देश पर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार पांडे, जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ अजीत कुमार दुबे, कोरोना अस्पताल प्रभारी डॉ दुर्गेश झा ने शहर के सदर प्रखंड समीप चल रहे पारस अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि उक्त अस्पताल में 56 बेड की क्षमता है। इनमें वर्तमान समय में दस बेड में संक्रमित मरीज का उपचार चल रहा है। अनुमंडल पदाधिकारी ने अस्पताल संचालक को निर्देश दिया कि वैश्विक महामारी नियंत्रण को लेकर अस्पताल में कुल बेड का 50 प्रतिशत बेड सुरक्षित रखें। जब आवश्यकता होगी तो उक्त सुरक्षित बेड में संक्रमित मरीजों का उपचार किया जाएगा। अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता का आकलन किया गया।
इसके बाद निरीक्षण टीम शहर स्थित पॉपुलर नर्सिंग होम पहुंची। वहां भी ऑक्सीजन सिलेंडर,आईसीयू बेड का आकलन किया। संचालक को संक्रमित मरीजों की आपातकालीन सेवा उपलब्ध कराने के लिए बेड सुरक्षित रखने का निर्देश दिया। अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार महामारी से निपटने के लिए जिले में चल रहे सभी निजी नर्सिंग होम में कुल उपलब्ध बेड का 50 प्रतिशत बेड संक्रमित मरीज के लिए सुरक्षित रखना है ताकि आपातकालीन स्थिति में उपयोग किया जा सके।