नारायणपुर में शीघ्र होगी जलापूर्ति
संवाद सहयोगी नारायणपुर (जामताड़ा)12 वर्षों बाद एक बार फिर नारायणपुर प्रखंड सह अंचल क
संवाद सहयोगी, नारायणपुर (जामताड़ा):12 वर्षों बाद एक बार फिर नारायणपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय में बनी जल मीनार से जलापूर्ति की उम्मीद लोगों में जगी है। शुक्रवार को रांची से दुमका जाने के क्रम में झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश ठाकुर बांसपहाड़ी में रुके थे। वहां पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि तीन माह के अंदर नारायणपुर जलमीनार से जलापूर्ति होगी और जलापूर्ति नहीं हुई तो विभाग के अधिकारियों और काम करने वाली एजेंसी पर कार्रवाई होगी।
स्थानीय प्रदीप मंडल, मीलू मंडल, प्रकाश कुमार, वरुण कुमार, अनिल कुमार आदि लोगों ने कहा कि यह बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है। अगर नारायणपुर जलमीनार से पेयजल आपूर्ति हुई तो नारायणपुर में काफी हद तक पेयजल की समस्या का समाधान हो जाएगा। ---88 लाख की लागत से बनी थी योजना : नारायणपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय प्रांगण में 12 पूर्व बनी जलमीनार से पानी आपूर्ति आरंभ नहीं होना क्षेत्र का बड़ा मुद्दा है। जलमीनार का पानी लोगों की हलक तक पहुंचने से पूर्व जलमीनार खराब हो गई थी। जबकि उद्देश्य नारायणपुर के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवान था। वित्तीय वर्ष 2006/07 में पीएचईडी ने 88 लाख की लागत से 50 हजार गैलन क्षमता वाली जलमीनार का निर्माण करवाया गया था। रजिया नदी में लोहारंग के पास इसके लिए गैलरी भी बनाई थी। जलमीनार बनने के बाद कुछ सार्वजनिक स्थानों पर नल से पानी भी आने लगा था। परंतु इसी बीच गोविन्दपुर-साहिबगंज हाइवे सड़क निर्माण कार्य आरंभ होने के कारण जलापूर्ति के लिए बिछाई गई पाइप उखाड़ दी गई। इससे पूरी व्यवस्था ध्वस्त हो थी। सड़क की जमीन पर पाइप बिछाने को लेकर पीडब्ल्यूडी व पीएचईडी विभाग में सहमति नहीं बनी। बाद में सहमति बनी तथा पिछले वर्ष अप्रैल माह से पाइप बिछाने का कार्य आरंभ हुआ था। पुन: बाइप बिछाकर मोटर रिपेयरिग का कार्य हो गया है। बावजूद जलापूर्ति आरंभ नहीं हुई।