कानून का करें सम्मान : प्रभाकर

संवाद सूत्र, जामताड़ा : समाज में सम्मान प्राप्त करना है तो कानून को अपने हाथ में न लें और न ही दूसरे

By Edited By: Publish:Thu, 27 Nov 2014 01:03 AM (IST) Updated:Thu, 27 Nov 2014 01:03 AM (IST)
कानून का करें सम्मान : प्रभाकर

संवाद सूत्र, जामताड़ा : समाज में सम्मान प्राप्त करना है तो कानून को अपने हाथ में न लें और न ही दूसरे के अधिकार को हड़पने की बात मन में लाएं। ये बातें बुधवार को राष्ट्रीय विधि दिवस के अवसर पर जवाहर नवोदय विद्यालय में आयोजित जागरूकता शिविर को संबोधित करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रभाकर सिंह ने कही। उन्होंने बच्चों से कहा कि किसी को प्रताड़ित करना कानूनन जुर्म है। ऐसी बात नहीं है कि बच्चे की ओर से किए गए अपराध में सजा नहीं मिलती है। साधारण प्रकृति का अपराध हो तो न्यायालय डाट-फटकार करके छोड़ देती है और गंभीर अपराध हो तो उसे बाल सुधार गृह में भेज दिया जाता है। इसके अलावा जान-बूझकर चलती गाड़ी में चढ़ना या फिर उतरना दुर्घटना को अपने हाथ में लेने वाली बात है।

बताया कि ऐसे मामले में न्यायालय कोई मुआवजा नहीं देती है। अनुच्छेद 39 के तहत कमजोर और पिछड़े वर्ग के लोगों को कानूनी सहायता दी जाती है। कानून के प्रति बच्चों को जागरूक करते हुए कानून की पढ़ाई पढ़ने को कहा। कहा कि इस क्षेत्र में भी करियर बनाया जा सकता है। कहा व्यवहार न्यायालय परिसर में छह दिसंबर को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। जहा सुलह युक्त मामले की सुनवाई होगी।

प्राचार्य एके प्रसाद ने बताया कि सरकार के यहा कानून का अंबार है पर जानकारी के अभाव में जनता को इसका उचित लाभ नहीं मिल रहा है। आज बहुत खुशी का दिन है कि न्यायपालिका की ओर से बच्चों को कानून की जानकारी दी जा रही है।

मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सहायक विजय कुमार सिन्हा, विद्यालय के शिक्षक गुलाब कुजूर, विनीत कुमार, आर के यादव, जेएन पंडित, पीके पांडे, सुधा कुमारी, सीता प्रसाद, मुकेश कुमार आदि लोग मौजूद थे।

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