Jharkhand Politics : जब 'झारखंड टाइगर' से रूबरू हुए CM हेमंत सोरेन तो ऐसी बनी तस्‍वीर,पढ‍िए

Jharkhand Politics. जब मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड टाइगर के नाम से सुपर‍िचित चंपई सोरेन से रूबरू हुए तो इस कदर मिले क‍ि खास तस्‍वीर बन गई।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 07 Jan 2020 02:59 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jan 2020 09:23 AM (IST)
Jharkhand Politics : जब 'झारखंड टाइगर' से रूबरू हुए CM हेमंत सोरेन तो ऐसी बनी तस्‍वीर,पढ‍िए
Jharkhand Politics : जब 'झारखंड टाइगर' से रूबरू हुए CM हेमंत सोरेन तो ऐसी बनी तस्‍वीर,पढ‍िए

जमशेदपुर, जेएनएन। Jharkhand Politics नई सरकार, विधानसभा में बदला-बदला नजारा और एक-दूसरे से मुखातिब होते नए-पुराने सदस्‍य। जब मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड टाइगर के नाम से सुपर‍िचित चंपई सोरेन से रूबरू हुए तो इस कदर मिले क‍ि खास तस्‍वीर बन गई। हेमंत सोरेन ने हाथ जोड़कर चंपई सोरेन के सामने सिर नवाए तो चंपई सोरेन ने भी दोनों हाथ जोड़कर अभिवदन क‍िया। यही लोकतंत्र की खूबसूरती भी है।

चंपई सोरेन कोल्‍हान प्रमंडल के सरायकेला-खरसावां जिले की सरायकेला सीट से चुने गए हैं। वे यहां से लगातार जीत रहे हैं। पार्टी के वरिष्‍ठ नेता हैं। झामुमो के अध्‍यक्ष व पूर्व मुख्‍यमंत्री शिबू सोरेन का चंपई पर विशेष आशीर्वाद रहता है। ऐसे में हेमंत सोरेन ने उन्‍हें सम्‍मान देकर खासा बड़प्‍पन भी दिखाया। चंपई सोरेन शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली सरकार में मंत्री रह चुके हैं और इसबार भी यह तय है कि उन्‍हें मंत्रीमंडल में जगह मिलेगी ही, अहम विभाग का दायित्‍व भी मिलेगा। सरायकेला-खरसावां जिले की एक और सीट पर झामुमो के दशरथ गागराई उर्फ कृष्‍णा गागराई ने कब्‍जा बरकरार रखा और सदन पहुंचे हैं। दशरथ ने पूर्व मुख्‍यमंत्री अर्जुन मुंडा से खरसावां सीट झटकी थी। दशरथ मझगांव के झामुमो विधायक   निरल पुर्ती के साथ सदन पहुंचे तो उनकी खुशी देखते ही बन रही थी।     

मंगल के चेहरे पर दिखी मुराद पूरी होने की खुशी

पांचवीं विधानसभा के प्रथम सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही में शामिल होने पहुंचे जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी (बायें) व चाईबासा विधायक दीपक बिरूवा (दायें)। 

कोल्‍हान से इस बार पांच ऐसे चेहरे ने विधानसभा में इंट्री ली है जिनका पहला सफर है। इनमें एक हैं मंगल कालिंदी और दूसरी सविता महतो। मंगल ने दो बार के विधायक और मंत्री को पीछे धकेलकर विधानसभा की राह आगे बढ़ गए तो सविता ने ईचागढ़ सीट पर झामुमो का वनवास खत्‍म क‍िया। मंगल ने पटमदा सीट झामुमो की झेाली में डाली तो सविता ने ईचागढ़ सीट। सविता पूर्व उपमुख्‍यमंत्री सुधीर महतो की पत्‍नी हैं। ईचागढ़ सीट पर सुधीर महतो जीतते रहे थे। उनके निधन के बाद झामुमो ने उनकी पत्‍नी को प्रत्‍याशी बनाया था, पर वह सफल नहीं  हो पाई थी। इसबार सफल रही। झारखंड आंदोलन और झारखंड की राजनीति में अहम किरदार रहे इस परिवार की सविता महतो ने संसदीय राजनीति में पुनर्वापसी कराई है। 

सोनाराम सिंकू का सफर भी है रोचक

पांचवीं विधानसभा के प्रथम सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही में  शामिल होने पहुंचे जगन्नाथपुर के विधायक सोनाराम सिंकू।

वैसे तो कोल्‍हान के परिणाम ने राजनीति की दिशा बदल दी। यहां भाजपा का सुपड़ा साफ हो गया और झामुमो कांग्रेस गठबंधन की सत्ता की राह आसान हो गई। कोल्‍हान की 12 सीटें गठंधन की झोली में गईं। जमशेदपुर पूर्वी में मुख्‍यमंत्री को मात देकर निर्दलीय सरयू राय सदन पहुंच गए। सरयू की जीत भले चौकांउ रही,राजनीति का उनका सफरनामा काफी पुराना है। लेकिन जगन्‍नाथपुर से कांग्रेस के सोनाराम सिंकू का यह सफर कई मायनों में खास है। सिंकू ने पहली बार चुनाव लड़ा और जीतकर विधानसभा पहुंचे गए। जगन्‍नाथपुर सीट पूर्व मुख्‍यमंत्री गीता मधु कोड़ा की पत्‍नी गीता कोड़ा के स‍िहभूम सीट से सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थी। 

समीर मोहंती को खोजती रही नजरें

पांचवीं विधानसभा के प्रथम सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही में शामिल होने पहुंचीं ईचागढ़ की विधायक सबिता महतो ।

कोल्‍हान से एक और चेहरे की पहली बार विधानसभा में इंट्री हुई है और नाम है समीर मोहंती। समीर ने झामुमो से पाला बदलकर भाजपा से उतरे विधायक कुणाल षाड़ंगी को भारी मतों से मात देकर विधानसभा की राह आगे बढ़ गए। उन्‍हें नजरें निहार रही थी, लेकिन वे नजर नहीं आए। झामुमो को बहरागोड़ा सीट पर कब्‍जा दिलाने में कामयाब समीर कानूनी पेंचीदगी में उलझे हैं।  चुनाव के दौरान ही एक मामले में उनके खिलाफ वारंट निकल गया था और उन्‍हें भूमिगत रहकर प्रचार करना पड़ा था। हालांकि, परिणाम के बाद वे प्रकट हुए थे और मतदाताओं का अभार जताया था।      

 

पांचवीं विधानसभा के प्रथम सत्र के पहले दिन सदन की कार्यवाही में शामिल होने पहुंचे विधायक निरल पुर्ती (बाये) व दशरथ गगराई (दायें)।

 

 पांचवीं विधानसभा के प्रथम सत्र के पहले दिनसदन की कार्यवाही में शामिल होने पहुंचे मंत्री रामेश्वर उरांव (दायें) व विधायक बन्ना गुप्ता। 

पांचवीं विधानसभा के प्रथम सत्र के पहले दिन सदन में बरहेट विधायक के रूप में शपथ लेने के बाद सरयू राय(दायें) से मिलते मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (बायें)। 

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