2015 में आदित्यपुर से गिरफ्तार हुआ था भागलपुर का वांटेड अजय मिश्रा Jamshedpur News

भागलपुर जिले का वांटेड अपराधी अजय मिश्रा इससे पहले भी सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर स्थित बैंकुठ पैलेस से तीन फरवरी 2015 को पकड़ा गया था।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 10:42 AM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 10:42 AM (IST)
2015 में आदित्यपुर से गिरफ्तार हुआ था भागलपुर का वांटेड अजय मिश्रा Jamshedpur News
2015 में आदित्यपुर से गिरफ्तार हुआ था भागलपुर का वांटेड अजय मिश्रा Jamshedpur News

जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर के कदमा थाना क्षेत्र से 10 दिसंबर को गिरफ्तार बिहार के भागलपुर जिले का वांटेड अपराधी अजय मिश्रा इससे पहले भी सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर स्थित बैंकुठ पैलेस से तीन फरवरी 2015 को पकड़ा गया था। उस समय उसने पुलिस से बचने को दो मंजिला इमारत से कूदकर भागने का प्रयास किया था। उसकी गिरफ्तारी भागलपुर के लालमटिया थाना की पुलिस ने 1999 के एक केस में की थी।

उस समय वह आदित्यपुर में रहकर जमीन की खरीद-बिक्री का कारोबार कर रहा था। तब गिरफ्तारी के बाद भागलपुर पुलिस को उसने कहा था कि उसके भाई गुडूल मिश्रा की पटना में हत्या करने वाले धुरी यादव को वह किसी कीमत पर नहीं छोड़ेगा। हत्या में शामिल पप्पू ख्खान की हत्या वह पहले ही कर चुका था। मामले में पुलिस ने उसे जेल भेजा। बाद में जमानत पर रिहा होने के बाद उसने धुरी यादव की हत्या कर दी। इसके बाद जमशेदपुर में फरारी काटने लगा। उसके साथ उसकी पत्नी भी रहती थी। 

छपरा का रहने वाला है अजय मिश्रा

अपराधी अजय मिश्रा मूल रूप से बिहार के छपरा जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र स्थित दौलतगंज का रहने वाला है। भागलपुर जिले में उसके खिलाफ दर्ज 2003 से अब तक 21 आपराधिक मामले दर्ज बैं। इनमें पप्पू खान, मिराज शुक्ला, धुरी यादव, प्रकाश सिंह की हत्या समेत आम्र्स एक्ट, विस्फोटक अधिनियम के मामले हैंै। बता दें कि भागलपुर केंद्रीय काली पूजा महासमिति के सचिव चिरंजीवी यादव उर्फ धुरी यादव की हत्या चार नवंबर को भागलपुर में कर दी गई थी। 

पहले सोनारी में रह रहा था, साथियों के पकड़ाने पर कदमा में रहने लगा

भागलपुर में धुरी यादव की हत्या के बाद से अजय मिश्रा जमशेदपुर के सोनारी आदर्शनगर में पत्नी के साथ रह रहा था। हत्या में शामिल चार शूटरों के भागलपुर में पकड़े जाने के बाद उनसे पूछताछ में पुलिस को अजय मिश्रा के सोनारी के ठिकाने की जानकारी मिली थी। साथियों के पकड़े जाने के बाद अजय मिश्रा ने ठिकाना बदल लिया। वह सोनारी छोड़ कदमा थाना क्षेत्र अनिल सूर पथ श्रीनाथ रेसीडेंसी में रहने लगा। बाद में मोबाइल टावर लोकेशन के कारण पुलिस उस तक पहुंच गई और वह पकड़ा गया। 

जमशेदपुर से पकड़े जाते रहे हैं वांटेड अपराधी

 शहर से इससे पहले भी बिहार, बंगाल, ओडिशा के अपराधी पकड़े जाते रहे हैं। अजय मिश्रा से पहले भागलपुर जिले की पुलिस ने 26 मार्च 2018 को 50 हजार के ईनामी अपराधी राजू मिश्रा उर्फ रविशंकर मिश्रा को परसुडीह थाना के प्रमथनगर शांति निकेतन अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया था। वह 19 साल से फरार था। बिहार के भोजपुर जिले के अपराधी ङ्क्षरकू सिंह की गिरफ्तारी परसुडीह के छोटा गोविंदपुर में दयाल सिटी से 2017 में की गई थी। दो वर्ष से वह गोविंदपुर में रह रहा था। भोजपुर के अजीमाबाद में उसने माले नेता सतीश यादव की हत्या कर दी थी। झारखंड के खूंटी जिले के कुख्यात अपराधी प्रदीप साहू की जमशेदपुर के बागबेड़ा से सात अप्रैल 2019 को गिरफ्तारी हुई थी। उस पर 29 आपराधिक मामले दर्ज थे। वह पहचान छुपाकर रह रहा था।

इनकी भी हो चुकी गिरफ्तारी

इसी तरह शहर से आंध्र प्रदेश के रवि नायडू, रमेश पटनायक, ओडि़शा के मोस्ट वांटेड़ चोटराय, करण सिंह समेत अन्य 2007 में पकड़े गए थे। बोकारो का मोस्ट वांटेड़ भोला सिंह जमशेदपुर में ही मुठभेड़ में मारा गया था। शहर में शरण लेकर पूर्व जज आरपी रवि, कांग्रेसी नेता बन्ना गुप्ता के वाहन, जिला कांग्रेस अध्यक्ष नट्टू झा के कार्यालय पर फायङ्क्षरग, टिस्को के सुरक्षाकर्मी जयराम ंिसह की हत्या समेत कई आपराधिक मामलों में शामिल अखिलेश के गुर्गे जो बिहार व यूपी के रहने वाले है। उनकी गिरफ्तारी 2008 में एसपी नवीन कुमार सिंह के कार्यकाल में हुयी थी। इनमें चंदन, बंटी, ओम प्रकाश, मनोरंजन ंिसह शामिल थे। इनके पास से हथियारों का जखीरा पुलिस ने बरामद किया था।

2014 में सिवान के लूल्हा गिरोह ने कोहराम मचा रखा था

बिहार के सिवान जिले के आकोपुर थाना निवासी माया भगत उर्फ लुल्हा गिरोह ने 2013 दिसंबर से अप्रैल 2014 तक शहर में कोहराम मचा रखा था। उलीडीह थाना के शंकोसाई में बैजू और एक युवती की घर के सामने गिरोह ने गोली मार हत्या कर दी थी। शहर में कई जगहों पर लूटपाट को अंजाम दिया था। गिरोह गोविंदपुर में ही एक मकान में किराये पर रहता था। लूल्हा और उसके सहयोगी पिंटू गुप्ता के खिलाफ एक दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे। तत्कालीन एसएसपी अमोल होमकर और उनकी टीम ने उलीडीह में 16 अप्रैल 2014 को लुल्हा को मुठभेड़ में मार गिराया था।  

रणवीर सेना के मुखिया की हत्या में जमशेदपुर से हुई थी गिरफ्तारी

रणवीर सेना के मुखिया की हत्या आरोपी शहर में ही शरण लिए हुए था जिसे बिहार की एसटीएफ पुलिस ने दबोचा था। वहीं बिहार के ईनामी अपराधी नागा सिंह की गिरफ्तारी मानगो इलाके से वर्ष 2004 में हुयी थी। इससे पहले मुजफ्फरपुर पुलिस ने शहर में छापामारी कर मुन्ना शुक्ला गिरोह के राजू शुक्ला,पप्पू एवं एक अन्य को गोलमुरी पुलिस लाइन से गिरफ्तार किया गया था।

chat bot
आपका साथी