Tusu Mela: लोवाडीह पहाड़ भंगा में लगा टुसू मेला, दिखी झारखंड की संस्कृति एवं सभ्यता की झलक

Tusu Mela ऐतिहासिक रामरोडे टुसू मेला में आए टुसू में से जेकेएम लोवाडीह की प्रतिमा को अव्वल घोषित किया गया। उसे प्रथम पुरस्कार मिला। कालिकापुर की प्रतिमा को दूसरा तथा पोकोरोसाई की प्रतिमा को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 18 Jan 2022 03:51 PM (IST) Updated:Tue, 18 Jan 2022 03:51 PM (IST)
Tusu Mela: लोवाडीह पहाड़ भंगा में लगा टुसू मेला, दिखी झारखंड की संस्कृति एवं सभ्यता की झलक
लोवाडीह पहाड़ भंगा में ऐतिहासिक रामरोडे टुसू मेला।

जमशेदपुर, जासं। जियाड खेरवाड मांडेर लोवाडीह पहाड़ भंगा में ऐतिहासिक रामरोडे टुसू मेला का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रुप में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता महाबीर मुर्मू, विशिष्ट अतिथि के रूप में मुखिया बिल्टू हांसदा, विद्या सागर दास, जालिम मार्डी, पप्पू उपाध्याय, जितराय मुर्मू शामिल हुए।

इस अवसर पर महाबीर मुर्मू ने मेला में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड की संस्कृति सभ्यता हम सबके बीच में उत्साह उमंग और भाईचारे का संचार करता है। आम दिनों में हम सभी अपने-अपने कार्यों में व्यस्त रहते हैं लेकिन जैसे ही पर्व त्योहार आता है हम सब मिलकर एक जगह एकत्रित होकर सामूहिक रूप से पर्व त्योहार को मनाते हैं। इससे भाईचारे का संचार होता है। यह परंपरा हमेशा कायम रहनी चाहिए यह हम युवाओं की जिम्मेदारी है। मेला में विभिन्न क्षेत्रों से आए टुसू एवं बूढ़ी नाच की टीम ने भाग लिया। एक से बढ़कर एक टुसू की प्रतिमाएं लोगों को आकर्षित कर रही थी। बुढ़ी नाच में नृत्य दलों ने सबका मन मोहा। बाद में निर्णायकों ने टुसू प्रतिमा व बूढ़ी नाच प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा की। विजेताओं को झामुमो नेता व अन्य अतिथियों ने पुरस्कृत किया। मेला को सफल बनाने में गांव के माझी बाबा सिदो हांसदा, भुगलू टुडू, बाबूराम हांसदा, खोगेन हांसदा, कारू हांसदा, चरण टुडू, सुनाराम हांसदा, मंगल मुर्मू, मोहन मुर्मू, सवाना मुर्मू, विश्वनाथ टुडू आदि का योगदान सराहनीय रहा।

जेकेएम लोवाडीह की टुसू प्रतिमा अव्वल

निर्णायकों ने मेला में पहुंचे टुसू में से जेकेएम लोवाडीह की प्रतिमा को अव्वल घोषित किया गया। उसे प्रथम पुरस्कार मिला। कालिकापुर की प्रतिमा को दूसरा तथा पोकोरोसाई की प्रतिमा को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। बूढ़ी नाम में चेमेंजजुड़ी, जेकेएम लोवाडीह, कालिकापुर तिरुलडीह, भुटका, पीएमसी दामुडीह, खुबाईकोचा, बाबा एंड बाबा एवं हाड़तोपा की टीम ने पुरस्कार प्राप्त किया।

chat bot
आपका साथी