सोनारी एयरपोर्ट पर प्रशिक्षु विमान दुर्घटनाग्रस्‍त, बाल-बाल बचे प्रशिक्षक व प्रशिक्षु

सोनारी एयरपोर्ट पर अल्केमिस्ट का ट्रेनिंग विमान पाइपर सेसना को प्रशिक्षक कैप्टन शैलेश प्रजापति और एक प्रशिक्षु उड़ा रहे थे। प्रारंभिक सूचना के अनुसार दोपहर लगभग सवा तीन बजे लैडिंग के समय विमान के आगे का पहिया नहीं खुला और रनवे को छूते ही विमान घिसट गया।

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 16 Mar 2022 04:59 PM (IST) Updated:Wed, 16 Mar 2022 05:21 PM (IST)
सोनारी एयरपोर्ट पर प्रशिक्षु विमान दुर्घटनाग्रस्‍त, बाल-बाल बचे प्रशिक्षक व प्रशिक्षु
जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट पर अल्केमिस्ट का ट्रेनिंग विमान, पाइपर सेसना दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में स्थित सोनारी एयरपोर्ट पर उस समय बड़ा हादसा टल गया जब पायलट प्रशिक्षण केंद्र, अलकेमिस्ट एविएशन का एक प्रशिक्षु विमान, छह सीटर डबल इंजन पाइपर सेसना दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना में पायलट कैप्टन शैलेश प्रजापति व प्रशिक्षु सत्यजीत बाल-बाल बच गए। उन्हें हल्की चोटें आई हैं।

सोनारी एयरपोर्ट पर अलकेमिस्ट युवाओं को पायलट का प्रशिक्षण देती है। बुधवार दोपहर कैप्टन शैलेश एक प्रशिक्षु पायलट को लेकर उड़ान भरी थी लेकिन लैडिंग के समय विमान का अगला चक्का नहीं खुला। जिसके कारण विमान रनवे पर छूते ही घिसटते चली गई। घटना के समय विमान की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा थी। घटना की सूचना मिलते ही सोनारी एयरपोर्ट और सुरक्षा के अधिकारी दमकल और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची। गनीमत रही कि विमान में आग नहीं लगी। घटना के बाद विमान के कैप्टन व प्रशिक्षु को सुरक्षित बाहर निकाल कर तुरंत टाटा मेन हास्पिटल ले  जाया गया, जहां दोनों डाक्टर की निगरानी में है। फिलहाल दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए डीजीसीए की टीम जल्द ही सोनारी एयरपोर्ट पर आने वाली है।

2020 में दुर्घटना में प्रशिक्षु और कैप्टन की हो गई थी मौत

ओडिसा के ढ़ेकेनाल में आठ जून 2020 को ऐसे ही एक दुर्घटना हुई थी। विमान लैडिंग के दौरान प्रशिक्षु विमान का इंजन बंद हो गया। जिसमें जमशेदपुर निवासी संजीव कुमार झा व तमिलनाडु निवासी अनीस फातिमा की मौत हो गई थी। विमान सरकारी उड्डयन प्रशिक्षण संस्थान (जीएटीआई) का था। घटना के बाद दोनों को ओडिसा स्थित कामाख्या नगर अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घाेषित कर दिया था। संजीव सीतारामडेरा में रहते थे और उनका ससुराल बर्मामाइंस में थे। वे ओडिसा सरकार के गति फ्लाइंग इंस्टीट्यूट में बतौर प्रशिक्षक अपनी सेवा दे रहे थे। संजीव मूल रूप से बिहार के बांका जिलातंर्गत राजपुर गांव के रहने वाले थे।

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