Tatanagar Central School : डीआरएम ने ली बच्चों की क्लास, दी ये खास सलाह

Tatanagar Central School. चक्रधरपुर मंडल के क्षेत्रीय रेल प्रबंधक (डीआरएम) विजय कुमार साहू शनिवार को शिक्षक की भूमिका में दिखे। केंद्रीय विद्यालय टाटानगर की ओर से पुरस्कार वितरण समारोह था जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डीआरएम पहुंचे थे।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 05:05 PM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 05:05 PM (IST)
Tatanagar Central School : डीआरएम ने ली बच्चों की क्लास, दी ये खास सलाह
डीआरएम ने बच्चों को टाइम मैनेजमेंट का महत्व समझाया।

जमशेदपुर, जासं। चक्रधरपुर मंडल के क्षेत्रीय रेल प्रबंधक (डीआरएम) विजय कुमार साहू शनिवार को शिक्षक की भूमिका में दिखे। केंद्रीय विद्यालय, टाटानगर की ओर से पुरस्कार वितरण समारोह था, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डीआरएम पहुंचे थे। इस दौरान एक शिक्षक के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित सभी बच्चों से कई तरह के सवाल पूछे।

बच्चों से पूछा कि ऊर्जा क्या है। यह किन-किन स्त्रोतों से प्राप्त होता है। प्रोटॉन क्या है। एक मिनट में, एक घंटे में, 24 घंटे में और 365 दिनों में कितने सेकेंड होते हैं। वेद क्या है और कितने प्रकार के होते हैं। ऐसे कई सवाल डीआरएम ने बच्चों से पूछे लेकिन कोई भी छात्र या छात्राएं उनके सवालों के सहीं जवाब नहीं दे पाए। ऐसे में उन्होंने कहा कि हम क्या पढ़ाई कर रहे हैं यह जरूरी नहीं है। इस पढ़ाई से हम कितना ज्ञान अर्जित कर रहे हैं, यह ज्यादा जरूरी है। यदि स्कूल में बच्चों को सहीं शिक्षा नहीं मिलती है तो इसके बच्चों से पूछा कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है। इस तरह के कथन से बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बच्चों को बेहतर और आधुनिक शिक्षा देने के लिए शिक्षकों को भी अपहेड होना होगा। इससे पहले स्कूल की स्काउट टीम ने डीआरएम का बैंड व मार्च पास्ट के साथ अगवानी की। कार्यक्रम में डीआरएम के स्वागत में बच्चों ने गणेश वंदना और स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया। वहीं, डीआरएम ने भी मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्व्लित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।

टाइम मैनेजमेंट का करें पालन

अपने संबोधन में डीआरएम ने बच्चों को टाइम मैनेजमेंट का महत्व समझाया। कहा कि एक बच्चा जब जन्म लेता है तो हर साल उसका जन्मदिन मनाते हैं और जब वही बच्चा 60 साल का हो जाता है तो उसे रिटायर कर दिया जाता है। फिर चाहे वह नौकरी में हो या और कहीं। लेकिन रिटायर का मतबल आराम करना नहीं है। उन्होंने बच्चों से कहा कि जब आप रेलवे स्टेशन जाते हैं तो वहां रिटायरिंग रूम होता है। जो वहां जाते हैं इसका मतलब यह नहीं कि वे रिटायर हो गए। उन्होंने कहा कि जिस दिन आपका जन्म हुआ, उसी दिन से आपके रिटायरमेंट की तारीख भी फिक्स हो चुकी है। आपका टाइम मैनेजमेंट तय करता है कि आप किस तरह का जीवन जीना चाहते हैं। उन्होंने सभी बच्चों को संदेश देते हुए कहा कि अपना समय सहीं कामों में लगाएं।  दूसरों को तकलीफ न पहुंचाएं बल्कि उनकी सहायता करें और कोविड-19 खत्म नहीं हुआ है। उसके नियमों का अनुपालन करें।

14 शिक्षकों को मिला गोल्ड व सिल्वर अवार्ड

कार्यक्रम के दौरान डीआरएम ने इस वर्ष बेहतर प्रदर्शन करने वाले 14 शिक्षक व शिक्षिकाओं को गोल्ड व सिल्वर मेडल देकर पुरस्कृत किया। इस मौके पर स्वागत भाषण देते हुए स्कूल की प्रिंसिपल सावित्री कुमारी ने कहा कि कोविड शुरू होने से पहले पिछले डीआरएम जब उनके स्कूल आए थे तो बच्चों और शिक्षकों को काफी प्रोत्साहन मिला। 14 केंद्रीय विद्यालय में से स्कूल के बच्चों को परीक्षाओं में सबसे ज्यादा अंक मिले। उनकी छात्रा निवेदिता 98.7 प्रतिशत अंक के साथ कोल्हान में दूसरे व राज्य में पांचवे स्थान पर रही।

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