पीएफ कर्मियों ने की हड़ताल, लगाए प्रबंधन के खिलाफ नारे

कर्मचारी भविष्य निधि यूनियन द्वारा बुधवार को आठ सूत्री मांग को लेकर हड़ताल कर प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Aug 2019 07:00 PM (IST) Updated:Fri, 30 Aug 2019 06:46 AM (IST)
पीएफ कर्मियों ने की हड़ताल, लगाए प्रबंधन के खिलाफ नारे
पीएफ कर्मियों ने की हड़ताल, लगाए प्रबंधन के खिलाफ नारे

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कर्मचारी भविष्य निधि यूनियन द्वारा बुधवार को आठ सूत्री मांग को लेकर हड़ताल पर रहे। इस दौरान साकची के आमबगान स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के समक्ष सभा की, जिसमें प्रबंधन विरोधी नारे लगाए। यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि दिसंबर 2015 से ही ग्रुप बी, सी व डी के कर्मचारियों को प्रोन्नति, ग्रेड री-स्ट्रक्चर आदि से वंचित रखा जा रहा है। यह हड़ताल अखिल भारतीय ईपीएफ स्टाफ फेडरेशन के आह्वान पर की गई है। पिछले बुधवार को भोजनावकाश के बाद कर्मचारी हड़ताल पर थे। हमारी मांग है कि सभी कैडर की भर्ती अनुमोदित नियमों के मुताबिक हो।

31 मार्च 2019 तक के कार्यभार को ध्यान में रखते हुए विसंगतियों दूर की जाए। दिनोंदिन कार्यभार बढ़ता जा रहा है, लेकिन अतिरिक्त कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं की जा रही है। इस प्रदर्शन में कार्यकारी अध्यक्ष राजीव कुमार के अलावा अजय कुमार, रतन कुमार, सुरेश प्रसाद, विवेक कुमार, कोषाध्यक्ष सतीश कुमार, पवन कुमार श्रीवास्तव, अनिल कुमार, महिला कर्मी रश्मि कुमारी, स्मिता कुमारी, माधुरी सुषमा मिंज आदि शामिल थीं।

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ये हैं आठ सूत्री मांगें : विसंगति निवारण समिति की रिपोर्ट नौ दिसंबर 2015 से की जाए। सभी कैडर ग्रुप बी, सी व डी की भर्ती अनुमोदित नियम के अनुसार हो। स्टाफ में स्टेनो, पीएस, कैंटीन स्टाफ व अनुवादक को भी रखा जाए। 31 मार्च 2019 तक के कार्यभार विसंगतियों को ध्यान में रखते हुए किया जाए। बढ़ते कार्यभार को देखते हुए अतिरिक्त कर्मचारियों की तत्काल नियुक्ति की जाए। इसके अलावा विकलांग कर्मचारियों व सेवारत पति-पत्‍‌नी के कारण अंतरराज्यीय स्तर पर स्थानांतरिण की सुविधा प्रदान की जाए। अस्थायी अंतरराज्यीय नीति को संशोधित किया जाए और वनटाइम रिलैक्सेशन के रिक्त पदों को तुरंत भरा जाए।

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