जंगल में जंग खा रहे करोड़ों के वाहन, वन विभाग ने कर रखा है जब्‍त Jamshedpur News

वन विभाग के जंगल में स्थित कार्यालयों में करोड़ों के वाहन जंग खा रहे हैं। इनमें मोटरसाइकिल कार ट्रक ट्रैक्टर से लेकर टेंपो तक शामिल हैैं। दर्जनों वाहन सडऩे के कगार पर हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sat, 18 Jan 2020 03:02 PM (IST) Updated:Sat, 18 Jan 2020 03:02 PM (IST)
जंगल में जंग खा रहे करोड़ों के वाहन, वन विभाग ने कर रखा है जब्‍त Jamshedpur News
जंगल में जंग खा रहे करोड़ों के वाहन, वन विभाग ने कर रखा है जब्‍त Jamshedpur News

जमशेदपुर, जासं।  वन विभाग के विभिन्न कार्यालयों के जंगल में जंग खा रहे करोड़ों के वाहन। जी हां जमशेदपुर वन प्रमंडल के तहत मानगो, पटमदा, घाटशिला व चाकुलिया के रेंज कार्यालय में 44 से अधिक वाहन सड़ रहे। जब्त वाहनों में मोटरसाइकिल, टेंपो, कार, ट्रक, बस, ट्रैक्टर, जेसीबी, डंपर से लेकर हाईवा व पिकअप वैन तक शामिल है।

दैनिक जागरण टीम जब मानगो स्थित दलमा व मानगो के रेंज कार्यालय पहुंची। कार्यालय परिसर के आसपास दर्जनों वाहन मौसम की मार झेलते हुए सडऩे के कगार पर पहुंच गए हैं। कुछ वाहन तो पूरी तरह सड़ चुके हैं, जबकि कुछ वाहन नए हैं, जिसकी यदि समय पर नीलामी हो जाए तो सरकार के खजाने में एक बड़ी रकम जमा हो सकती है, लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण वाहनों की नीलामी नहीं हो पा रही है। जब इस संबंध में जानकारी मिली कि दर्जन भर ऐसे वाहन हैं, जिसका काफी पहले नीलामी हो सकती थी, क्योंकि कई वाहन के मालिक को बार-बार नोटिस देने के बावजूद उपस्थित नहीं हुए। नियमानुसार नोटिस देने के बाद भी यदि वाहन मालिक नहीं आते तब पेपर में निकाल दिया जाता है। इसके बावजूद यदि नहीं आए तब वह वाहन सरकार की संपत्ति हो जाती है। 

मानगो में ही है वन विभाग का गेस्ट हाउस 

मानगो वनक्षेत्र के अंदर ही वन विभाग का आलीशान गेस्ट हाउस है। जहां विभागीय सचिव, झारखंड के प्रधान मुख्य वन संरक्षक से लेकर वन प्रमंडल पदाधिकारियों का आना-जाना लगा रहता है। इसके बावजूद वाहनों की नीलामी नहीं कर रहे। यत्र-तत्र खड़े वाहन में सांप-बिच्छू होने से इंकार नहीं किया जा सकता। यदि कोई नया आदमी गेस्ट हाउस में आ जाए और रात में उन्हें बाहर जाना हो तो निकलने में डर लगता है।

मानगो रेंज कार्यालय परिसर में खड़े  हैं दर्जनों वाहन

बस, ट्रक, जेसीबी, कार, हाइवा, डंपर, छोटा हाथी, ट्रैक्टर आदि पड़े हैं। जब्त वाहनों में बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, झारखंड से लेकर राजस्थान तक के नंबरों वाले वाहन हैं। कुछ जब्त वाहनों में नंबर ही नहीं हैं। 

जब्त वाहनों में सड़ रहे लाखों की लकडिय़ां

करोड़ों की वाहन तो सड़ ही रहे बल्कि वाहन के साथ ही जब्त लाखों की लकडिय़ां भी सड़ रही। इस संबंध में जब जमशेदपुर के डीएफओ डॉ. अभिषेक कुमार से पूछा गया तो उनका कहना है कि, जब्त वाहन को नीलामी की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। 

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