अधिवक्ताओं के बैठने की समस्या बरकरार, हंगामा

अधिवक्ताओं को बार भवन में बैठने की जगह नहीं मिलने के कारण गुरुवार को हुए हंगामा के बाद शुक्रवार के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश मनोज प्रसाद से मुलाकात की। लेकिन अधिवक्ताओं के बार भवन में बैठने के मामला नहीं सुलझा पाया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 04:45 AM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 06:25 AM (IST)
अधिवक्ताओं के बैठने की समस्या बरकरार, हंगामा
अधिवक्ताओं के बैठने की समस्या बरकरार, हंगामा

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : अधिवक्ताओं को बार भवन में बैठने की जगह नहीं मिलने के कारण गुरुवार को हुए हंगामा के बाद शुक्रवार के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश मनोज प्रसाद से मुलाकात की। लेकिन, अधिवक्ताओं के बार भवन में बैठने के मामला नहीं सुलझा पाया। अब यह मामला हाई कोर्ट ही सुलझाएगा। इसके लिए जिला बार एसोसिएशन के पदाधिकारी हाई कोर्ट में पत्राचार करेंगे और इजाजत मिलने पर फिर से अधिवक्ता बार भवन में बैठ पाएंगे। इधर, सुबह कोर्ट पहुंचे सैकड़ों अधिवक्ताओं ने कहा कि जब तक हमारे लिए बैठने की व्यस्था नहीं होगी, तब तक हम न्यायिक कामों से अलग रहेंगे। शुक्रवार को भी अधिवक्ताओं ने काम नहीं किया। दूसरी ओर प्रतिनिधिमंडल में शामिल अध्यक्ष अजीत कुमार अंबष्टा, महासचिव अनिल तिवारी व अन्य पदाधिकारियों ने अधिवक्ताओं की कई समस्याओं को जिला जज से मिलकर सुलझा लिया है। महासचिव अनिल तिवारी ने बताया कि अधिवक्ता पूर्व की भांति कोर्ट परिसर के बाहर रखे ड्राप बाक्स का इस्तेमाल कर ऑनलाइन न्यायिक कार्यों को अंजाम दे सकेंगे। नए नियम के तहत अब बेहतर व अधिक मामलों में अधिवक्ता अपना न्यायिक काम कर पाएंगे। अधिवक्ताओं को पेडिग केसों में बहस करने की इजाजत दे दी गई है। नोटरी कोर्ट परिसर में पहले की तरह काम कर सकेंगे। कोर्ट में नया शिकायतवाद दाखिल कर सकेंगे। शिकायतवाद को एडमिट करने के लिए अधिवक्ता बहस कर सकेंगे। पूर्व की भांति ड्राप बाक्स में अधिवक्ता याचिका डाल सकेंगे। महासचिव अनिल तिवारी ने बताया कि अधिवक्ता कल्याण निधि न्यासिस समिति से कोविड -19 के तहत मोनिटरी कोष सहायता जो अधिवक्ता लेने चाहते हैं वे अधिवक्ता महासचिव के कार्यालय से शनिवार व सोमवार को ले सकते है और उसी दिन जमा भी कर सकते हैं। ------------------ बैठने की समस्या नहीं सुलझने पर अधिवक्ताओं में आक्रोश

अधिवक्ताओं की बैठने की समस्या शुक्रवार को भी नहीं सुलझ पाई है। इसके लिए अधिवक्ताओं में आक्रोश है। शुक्रवार की सुबह सैकड़ों अधिवक्ता कोर्ट के बाहर आकर खड़े हो गए थे। उन्हें यह विश्वास था कि शुक्रवार को उनके बैठने की समस्या सुलझ जाएगी। इस आस में वे प्रतिनिधिमंडल का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। जैसे ही प्रतिनिधि मंडल जिला जज से मिलकर कोर्ट परिसर से बाहर आए, उनसे अधिवक्ताओं ने एक ही सवाल पूछा कि बैठने की समस्या का क्या हुआ? लेकिन समस्या का समाधान नहीं होने से अधिवक्ता मायूस हो गए और न्यायिक काम से खुद को अलग रहने की बात करने लगे।

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एक सप्ताह के अंदर होगी अधिवक्ताओं की बैठने की व्यवस्था

अनिल तिवारी ने बताया कि अधिवक्ताओं को बैठने की समस्या तो है। कोई कितने देर कोर्ट से बाहर खड़े होकर काम कर सकता है। उन्होंने कहा कहा की हाई कोर्ट में पत्राचार कर एक सप्ताह के अंदर अधिवक्ताओं की बैठने की समस्या को एसोसिएशन सुलझा लेगा। तब तक अधिवक्ता पूर्व की भांति काम कर सकते हैं। अब तो अधिवक्ताओं को कई मामलों में न्यायिक काम करने की इजाजत भी मिल गई है।

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