आइपीएस अधिकारियों के तबादले पर बलमुचू ने उठाए सवाल, कहा- यह वक्‍त ट्रांसफर-पोस्टिंग का नहीं Jamshedpur News

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा के सदस्य रह चुके डॉ प्रदीप कुमार बलमुचू ने झारखंड में पिछले दिनों व्‍यापक पैमाने पर आइपीएस अधिकारियों के तबादले पर सवाल उठाए हैं ।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sat, 02 May 2020 02:44 PM (IST) Updated:Sat, 02 May 2020 02:44 PM (IST)
आइपीएस अधिकारियों के तबादले पर बलमुचू ने उठाए सवाल, कहा- यह वक्‍त ट्रांसफर-पोस्टिंग का नहीं  Jamshedpur News
आइपीएस अधिकारियों के तबादले पर बलमुचू ने उठाए सवाल, कहा- यह वक्‍त ट्रांसफर-पोस्टिंग का नहीं Jamshedpur News

घाटशिला (पूर्वी सिंहभूम), जेएनएन।  कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और  राज्यसभा के सदस्य रह चुके डॉ प्रदीप कुमार बलमुचू ने झारखंड में पिछले दिनों व्‍यापक पैमाने पर भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) के अधिकारियों के तबादले पर सवाल उठाए हैं और राज्‍य सरकार को कठघरे में खड़ा किया है।  

शनिवार को पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला इलाके दौरे पर पहुंचे बलमुचू ने कहा कि यह वक्‍त ट्रांसफर-पोस्टिंग का नहीं है। उन्‍होंने कहा कि वैश्विक संकट बनकर खड़े कोरोना वायरस और उसके संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन है।  वर्तमान समय में देश व राज्य विषम परिस्थितियों से गुजर रहा है। ऐसे में झारखंड में आइपीएस अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग का यह अनुकूल समय नहीं था।

सिस्‍टम समझने में लग जाएगा वक्‍त

बलमुचू के मुताबिक जिले के पुलिस कप्तान के ऊपर बहुत सारी जिम्मेदारी होती है। इस समय सुरक्षा के अलावे लोगों को भोजन मुहैया कराने, लोगों को जागरूक करने समेत कई तरह के कार्यों में पुलिस लगी है। जिला के कप्तान का एक सिस्टम बना हुआ है। ऐसे में कप्तान का ट्रांसफर होने से लॉकडाउन जुड़े कार्यों में  बाधा उत्पन्न हो सकती है। नए कप्तान को सिस्टम समझने में ही वक्‍त लग जाएंगे। बलमुचू ने कहा कि हालांकि, ट्रांसफर- पोस्टिंग सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है। सरकार जब चाहे कर सकती है। हालांकि, उनके हिसाब से यह समय सही नहीं है। सरकार चाहती तो ट्रांसफर कर देती, लेकिन नोटिफिकेशन 15-20 दिनों बाद निकालना चाहिए था।

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