फूल ले रघुवर के पास पहुंचे अभय, खत्म हुआ दशकों का मनमुटाव

दोनों के बीच लगभग आधे घंटे तक बातचीत हुई। इसमें सियासत तो नहीं थी लेकिन धर्म-कर्म और सूर्य मंदिर के निर्माण आदि की बातें शामिल थीं।

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 21 Feb 2020 07:11 PM (IST) Updated:Fri, 21 Feb 2020 08:26 PM (IST)
फूल ले रघुवर के पास पहुंचे अभय, खत्म हुआ दशकों का मनमुटाव
फूल ले रघुवर के पास पहुंचे अभय, खत्म हुआ दशकों का मनमुटाव

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। झारखंड विकास मोर्चा का भारतीय जनता पार्टी में विलय होने के बाद दोनों पार्टियों के नेता बड़ी आत्मीयता और सहृदयता से एक-दूसरे से मिल रहे हैं। इसी प्रकार की गर्मजोशी शुक्रवार को भी दिखी। कभी झारखंड विकास मोर्चा के प्रधान महासचिव रहे और अब भाजपा के वरिष्ठ नेता अभय सिंह शुक्रवार की दोपहर लगभग 12.30 बजे सूर्य मंदिर पहुंचे। यहां श्रीराम मंदिर का भव्य निर्माण हुआ है और शनिवार से प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का शुभारंभ होगा।

गर्मजोशी से मिले, भेंट किया गुलदस्‍ता

पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास इस मंदिर समिति के मुख्य संरक्षक हैं और यहां आयोजित हो रहे महोत्सव की तैयारियों को लेकर मंदिर परिसर में ही मंदिर समिति के सदस्यों और भाजपा के नेताओं के साथ मंत्रणा कर रहे थे। इसी बीच अभय सिंह फूलों का गुलदस्ता हाथ में लिए अपने समर्थकों के साथ पहुंचे।

उनसे रघुवर दास बहुत गर्मजोशी से मिले और अभय सिंह ने गुलदस्ता भेंट किया। दोनों के बीच लगभग आधे घंटे तक बातचीत हुई। इसमें सियासत तो शामिल नहीं थी, लेकिन धर्म-कर्म और सूर्य मंदिर के निर्माण, भव्यता आदि की बातें शामिल थीं। नेताओं-कार्यकर्ताओं ने खूब फोटो भी खींचे और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल भी हुईं। 

लंबे समय से चल रहा था मनमुटाव

बताते चलें कि रघुवर दास और अभय सिंह में लंबे समय से मनमुटाव था। लंबे समय दोनों नेता एक-दूसरे के यहां जाते या मिलते किसी ने नहीं देखा था। जानकार बताते हैं कि अभय सिंह के पिता ठाकुर धुरंधर सिंह के साथ भी रघुवर दास के बहुत अच्छे रिश्ते नहीं थे।

जब रघुवर दास ने प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाली तब उन्होंने अभय सिंह सहित कई लोगों को भाजपा से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। राजनीतिक जानकार शुक्रवार को इन दोनों नेताओं में गर्मजोशी और आत्मीयता से हुई मुलाकात के कई मायने निकाल रहे हैं। 

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