हाथियों का उत्पात रोकने को अब 24 घंटे क्विक रिस्पांस टीम

हाथियों का उत्पात रोकने को 24 घंटे क्विक रिस्पांस टीम काम करेगी। वन विभाग ने साधनों से लैश टीम बनाई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 Sep 2018 06:18 PM (IST) Updated:Tue, 04 Sep 2018 08:46 PM (IST)
हाथियों का उत्पात रोकने को अब 24 घंटे क्विक रिस्पांस टीम
हाथियों का उत्पात रोकने को अब 24 घंटे क्विक रिस्पांस टीम

मनोज सिंह, जमशेदपुर : हाथियों के बढ़ते उत्पात से लोगबाग तो परेशान हैं ही, विभाग भी हलकान है। उत्पात को रोकने के लिए सरकार की ओर से क्विक रिस्पांस तैयार की गई है। जमशेदपुर वन प्रमंडल को विशेष तरह के वाहन व आधुनिक उपकरण भेजे गए हैं। वाहन में उत्पात मचा रहे हाथियों को काबू करने के लिए हर संभव उपकरण उपलब्ध है। इस टीम को घाटशिला रेंज में रखा गया है।

2018 में अब तक हाथी पूर्वी सिंहभूम जिले में तीन लोगों की जान ले चुके हैं। जबकि दर्जनों मकान को ध्वस्त कर दिए। फसल का नुकसान भी किए हैं। इससे निबटने में वन विभाग नाकाम साबित होता रहा था। हाथियों के उत्पात से परेशान खासकर घाटशिला, चाकुलिया, बहरागोड़ा आदि क्षेत्रों के लोग दहशत में रहने लगे थे। इसकी शिकायत सांसद विद्युत वरण महतो, स्थानीय विधायक कुणाल षाड़ंगी तथा घाटशिला के विधायक लक्ष्मण टुडू से भी की गई थी। इसके बाद सांसद व विधायकों ने मुख्यमंत्री रघुवर दास जिनके पास वन विभाग भी है, आग्रह किया कि हाथियों के उत्पात से बचाने के लिए कारगर कदम उठाए जाएं। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद वन विभाग ने प्रभावित जिलों में विशेष तरह का वाहन एक-एक उपलब्ध कराया गया है।

15 दिनों के बाद चाकुलिया में आया झुंड:पिछले 15 दिनों से जिले में उत्पात मचा रहे हाथियों का झुंड पश्चिम बंगाल में चला गया था। शनिवार को चार हाथियों का झुंड चाकुलिया में दोबारा पहुंच गया। इस संबंध में जमशेदपुर वन प्रमंडल पदाधिकारी सबा आलम अंसारी ने बताया कि जैसे ही सूचना मिली हमने तत्काल क्विक रिस्पांस टीम को भेजा। डीएफओ का कहना है कि टीम के सभी छह सदस्य हाथियों पर काबू पाने में ट्रेंड हैं।

क्या कहते हैं डीएफओ

डीएफओ सबा आलम अंसारी ने बताया कि क्विक रिस्पांस टीम के पास अब हाथियों से निबटने के लिए हर तरह के उपकरण उपलब्ध हैं। इनमें गोली-बंदूक, लोकेशन लेने के लिए जीपीएस सिस्टम, अंधेरे में हाथियों को देखने के लिए सर्च लाइट, नाइट विजन कैमरा, आडियो सिस्टम, रस्सी, जाली, मशाल, पटाखा के अलावा अन्य उपकरण मौजूद हैं।

बंदूक से लेकर जीपीएस सिस्टम से लैस हैं वाहन

- ट्रेंड जवान - 6

- जालीयुक्त वाहन - एक

- बेहोश करने के लिए बंदूक - एक

- जीपीएस सिस्टम - एक

- सर्च लाइट - दो

- नाइट विजन कैमरा - एक

- ऑडियो सिस्टम - एक

- रस्सी, जाली, मशाल, पटाखा

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