नाले में तब्दील हो रही बरसोती नदी

बरकट्ठा : प्रखंड में इन दिनों पड़ रही प्रचंड गर्मी के कारण लोग बेहाल हैं। रिकार्ड तोड़ गर्मी के कारण न

By JagranEdited By: Publish:Sun, 22 Apr 2018 06:39 PM (IST) Updated:Sun, 22 Apr 2018 06:39 PM (IST)
नाले में तब्दील हो रही बरसोती नदी
नाले में तब्दील हो रही बरसोती नदी

बरकट्ठा : प्रखंड में इन दिनों पड़ रही प्रचंड गर्मी के कारण लोग बेहाल हैं। रिकार्ड तोड़ गर्मी के कारण नदी-नाले सूख रहे हैं। प्रखंड की प्रमुख बरसोती नदी नाले में तब्दील होती जा रही है। प्रखंड में पेयजल संकट सामने आने लगा है। इतना सब कुछ होने के बावजूद विभाग मौन बना हुआ है।

खराब पड़े चापानलो व ग्रामीण पेयजल आपूर्ति योजना जैसे के तैसे पड़ी हुई है जिससे विभागीय अकर्मणता साफ झलक रही है। ज्ञात हो बरकट्ठा व चल्कुशा प्रखंडो में कुल 3362 नलकूप को की मरम्मती के लिए एक भी सरकारी कर्मी नही सभी प्राइवेट मजदूरों के भरोसे चल रहा है। ग्रामीण पेयजलापूर्ति योजना की विशाल श्रृखला है बावजूद पेयजल को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। सबसे खराब स्थिति पशुओं और पालतू मवेशियों की हो रही है। वे बेजुबान किसी से पानी की मांग भी नही कर सकते। एक एक योजना पर लगभग लाखों लाख रुपयों की भरी भरकम राशी खर्च होती है लेकिन उसके नलों से एक बूंद भी पानी नही निकल पाया। अनियमितता का आलम यह है की बरकट्ठा प्रखंड परिसर स्थित पचास हजार लीटर क्षमता वाला पानी टंकी आज तक पूरी तरह नही भर पाया। ठीकेदार व विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत का नतीजा है की करोड़ से अधिक लागत की योजना लोगो को आधे अधूरे पेयजल की आपूर्ति नही हो पा रही है। दैनिक मजदूरों के भरोसे टीका यह इन मजदूरों को भी प्राईवेट काम व सरकारी पुराने पीईपो को बेचने से फुर्सत नहीं है । विभाग लंबे अरसे से विवादों में रहा है। ग्राम गुन्जरा, मासीपीरी, बेलकपी, जमुआ, जतघघरा, झुरझुरी समेत अन्य गांवों में हुई ग्रामीण पेयजल आपूर्ति योजना निर्माण के बाद से पानी नही दे पा रही है।

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