छठ बाजार रहा गुलजार, पूजन सामग्री की खरीदारी को उमड़ी भीड़

संवाद सूत्र,गुमला : सूर्योपासना का महापर्व छठ को लेकर गुमला के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। नहाय खाय के साथ ही छठ व्रती चार दिवसीय सूर्योपासना आरंभ कर दिया है वहीं परिवार के अन्य सदस्य पर्व में जरूरत पड़ने वाले पूजन व प्रसाद सामग्री जुटाने में लगे हैं। सोमवार को गुमला बाजार में खास रौनक देखने को मिला। गुमला के मेन रोड में फलों के विशेष स्टाल लगाए गए हैं। जहां केला चार सौ से पांच सौ रुपये कांधी, नारियल गोटा पचास रुपये जोड़ा, बड़ा नींबू 40 रुपये पीस, अनार 120 रुपये प्रति किलो, पानीफल

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Nov 2018 06:58 PM (IST) Updated:Mon, 12 Nov 2018 06:58 PM (IST)
छठ बाजार रहा गुलजार, पूजन सामग्री की खरीदारी को उमड़ी भीड़
छठ बाजार रहा गुलजार, पूजन सामग्री की खरीदारी को उमड़ी भीड़

गुमला : सूर्योपासना का महापर्व छठ को लेकर गुमला के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में खासा उत्साह है। नहाय खाय के साथ ही छठ व्रती चार दिवसीय सूर्योपासना आरंभ कर दिया है वहीं परिवार के अन्य सदस्य पर्व में जरूरत पड़ने वाले पूजन व प्रसाद सामग्री जुटाने में लगे हैं। सोमवार को गुमला बाजार में खास रौनक देखने को मिला। गुमला के मेन रोड में फलों के विशेष स्टाल लगाए गए हैं। जहां केला चार सौ से पांच सौ रुपये कांधी, नारियल गोटा पचास रुपये जोड़ा, बड़ा नींबू 40 रुपये पीस, अनार 120 रुपये प्रति किलो, पानीफल 80 रुपये प्रति किलो , सेव 80 से 100 रुपये प्रति किलो, पैनापल 40 रुपये पीस बिक रहे हैं। इसके अलावे पूजन कार्य में लगने वाले सामग्री आंवला, अदरक, मूली, शकरकंद, ईख आदि की भी दुकानें लगी थी लोग जरूरत के अनुसार सामानों की खरीददारी कर रहे थे। मिट्टी के दिये के साथ-साथ सूप दौरा आदि के भी दुकान लगे थे। वर्तन दुकान में छठ पर्व को लेकर पीतल के बर्तन साढ़े चार सौ से पांच सौ रुपये किलो ग्राम की दस से बिक रहे थे। इसके अलावे दुकानों में पूजन सामग्री यथा धूप्र बत्ती, घी, अरवा चावल, ¨सदूर, रोरी, सुपारी, लौंग, इलायची अखरोड, गड़ी, रिफाइंड आदि बिक रहे थे। युवाओं में दिखा उत्साह, छठ घाटों की सफाई में किया श्रमदान

जैसे-जैसे छठ पर्व नजदीक आता जा रहा है लोगों में उत्साह बढ़ते जा रहा है। आम और खास हर वर्ग के लोग छठ पर्व में सेवा और समर्पण के लिए पवित्र मन से अपना योगदान दे रहे हैं। गुमला के नागफेनी छट घाट में श्रवण साहु, कामेश साहु, मुकेश साहु, सुरेश साहु, तारकेश्वर साहु, राम निवास साहु, शिवनिवास साहु, अजय साहु, विजय साहु, दुर्गा केवट, हरि साहु, बिनु साहु, सूरज केवट, अमरीका साहु, लक्ष्मी साहु, सत्यनारायण साहु, महावीर साहु, शकुंतला देवी, किरण देवी, हेमा देवी, बालकिशुन महली, राहुल साहु, विनोद साहु, अनिल पंडा, लालमोहन साहु, गुलाबचंद साहु बसंत साहु आदि ने नागफेनी छठ घाट की साफ सफाई की। कोयल में पानी को बांधने का काम किया और घाट को जेसीबी से सफाई कराया। इधर गुमला के वन तालाब, सिसई रेाड छठ तालाब, मुरली बगीचा तालाब में भी स्थानीय युवाओं ने अपने-अपने स्तर से पानी को शुद्ध और साफ करने के लिए चूना फिटकरी और ईलम डालने का काम किया। ग्रामीण क्षेत्र के अरमई स्थित श्यामलाल तालाब में स्थानीय युवाओं ने सुबह से ही घाट पहुंचने वाले रास्ते को कुदाल से छील कर सउ़क बनाया और श्रमदान कर घाट की धुलाई की। इस कार्य में संदीप प्रसाद, राजेश ¨सह, संजय जाससवाल, अनिल जायसवाल, आलोक राज, मिथुन जायसवाल, सत्यम जायसवाल, अभिषेक प्रसाद, रौनक प्रसाद, चंदन जायसवाल, प्रतीक पांडेय, सुधांशु प्रसाद आदि ने अपना योगदान दिया।

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