गोड्डा में अडाणी का पावर प्लांट लगने का रास्ता साफ

जिले में अडाणी का पावर प्लांट लगने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। उपस्थित रैयतों ने दोनों हाथ उठाकर अडाणी ग्रुप को बसाने पर अपनी सहमति प्रदान की।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 07 Dec 2016 06:26 AM (IST) Updated:Wed, 07 Dec 2016 06:40 AM (IST)
गोड्डा में अडाणी का पावर प्लांट लगने का रास्ता साफ

जागरण न्यूज नेटवर्क, डुमरिया/पोड़ैयाहाट (गोड्डा)। जिले में अडाणी का पावर प्लांट लगने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। मंगलवार को गोड्डा सदर प्रखंड के मोतिया व पोड़ैयाहाट प्रखंड के बक्सरा में प्लांट के सामाजिक प्रभाव के मूल्यांकन की जनसुनवाई हुई। यहां मौजूद लोगों ने हाथ उठाकर प्लांट लगाने की सहमति दी। मोतिया में कुछ लोगों ने जनसुनवाई में बाधा डालने का प्रयास किया, जिन्हें पुलिस ने खदेड़ दिया। इस क्रम में पुलिस ने आंसू गैस का गोला भी छोड़ा। बक्सरा में जनसुनवाई की समाप्ति के बाद नाराज कुछ लोगों ने पुलिस के वाहन पर पत्थरबाजी की जिसमें तीन वाहनों के शीशा टूट गए।
मोतिया में अपर समाहर्ता अनिल तिर्की के नेतृत्व में विशेष भूअर्जन पदाधिकारी जितेंद्र मंडल व गोड्डा सीओ शशिकांत ङ्क्षसकर ने जनसुनवाई की। बक्सरा में भूअर्जन पदाधिकारी पवन कुमार के नेतृत्व में जिला खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी एबीई खलखो व पोड़ैयाहाट सीओ विजय कुमार की उपस्थिति में जनसुनवाई की प्रक्रिया पूरी हुई। मोतिया की सभा में डुमरिया, गंगटा, पेटबी, नयाबाद गांव के हजारों रैयतों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रैयतों ने दोनों हाथ उठाकर अडाणी ग्रुप को बसाने पर अपनी सहमति प्रदान की। इनका कहना था कि कंपनी के लगने से क्षेत्र का विकास होगा। रैयत सच्चिदानंद साह, बालकृष्ण झा, छविकांत चौधरी, अजय झा आदि ने बाड़ी दोयम की दर के बदले धानी अव्वल 1 की दर (आदिवासियों की जमीन दर की भाषा) से मुआवजा की मांग की। कहा कि कंपनी उन्हें 24.5 लाख के बदले 49.5 लाख रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा दे। इस पर मंच पर मौजूद अंचलाधिकारी शशिकांत ङ्क्षसकर ने रैयतों से कहा कि ये उपायुक्त स्तर का मामला है। उनकी देखरेख में जांच टीम का गठन किया गया है जो अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। सभी को एक दाम देने पर विचार किया जाएगा। कंपनी के प्रभाकर झा ने कहा कि पटवा गांव में सड़क पार की विवादित जमीन कंपनी नहीं लेने जा रही है, इसलिए ग्रामीणों को उत्तेजित होने की जरूरत नहीं है। उधर, बक्सरा में जनसुनवाई के दौरान कुछ ग्रामीणों ने जमीन के आश्रितों पर भी विचार करने का आग्रह कंपनी से किया।

जनसुनवाई की कार्रवाई शांतिपूर्ण तरीके से पूरी हो गई। कुछ बाहरी लोगों ने कार्यक्रम में बाधा डालने का प्रयास किया, पुलिस की सक्रियता से उनके मंसूबों पर पानी फिर गया। अधिकारियों से रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी- अरविंद कुमार, डीसी, गोड्डा।

बुधवार को रैयतों के साथ समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय उपवास किया जाएगा। इसके बाद भी प्रशासन की नींद नहीं खुली तो रैयतों के साथ वे प्लांट स्थल पर ही आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। इसके बाद वहां से उनकी अर्थी उठेगी या अडाणी के प्लांट की- प्रदीप यादव, विधायक, पोड़ैयाहाट।

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