मनोरम खंडोली में मौज-मस्ती शुरू

बेंगाबाद (गिरिडीह) : सर्दी का आगाज होने और नववर्ष के नजदीक आने के साथ ही पर्यटन स्थल खंडोली में सैला

By Edited By: Publish:Fri, 19 Dec 2014 07:33 PM (IST) Updated:Fri, 19 Dec 2014 07:33 PM (IST)
मनोरम खंडोली में मौज-मस्ती शुरू

बेंगाबाद (गिरिडीह) : सर्दी का आगाज होने और नववर्ष के नजदीक आने के साथ ही पर्यटन स्थल खंडोली में सैलानियों का आगमन शुरू हो गया। प्रकृति की गोद में बसा खंडोली डैम और पहाड़ों की मनोरम छटा को देखने के लिए झारखंड के साथ-साथ पड़ोसी बंगाल, ओडिशा, बिहार समेत अन्य राज्यों से सैलानी यहा पहुंचते हैं।

आकर्षित करता फूलों का पार्क : खंडोली की मनोरम छटा के साथ ही वहां जिला प्रशासन के सहयोग से बनाया गया फूलों का पार्क और उसमें लगे झूले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। साथ ही पार्क में मोर और खरगोश लोगों के कौतूहल का विषय बना हुआ है। बच्चे पार्क में लगाए गए फाउंटेन का जमकर लुत्फ उठाते हैं।

बोटिंग का लेते आनंद : सर्दी का मौसम शुरू होते ही हजारों मील दूर से आनेवाले साइबेरियन पक्षियों का डेरा खंडोली में जमने लगा है। खंडोली में विदेश से करीब सात प्रजाति के डक आते हैं। इससे खंडोली डैम का दृश्य काफी मनोरम हो जाता है। इसे देखने के लिए सैलानी बोटिग कर विदेशी पक्षियों का नजदीक से दीदार कर आनंद उठाते हैं। साथ ही सैकड़ों की संख्या में साइबेरियन पक्षियों की चहचहाहट से वातावरण गुलजार हो जाता है। खंडोली जलाशय के लिए विदेशी पक्षी शान ही नहीं बल्कि मेहमान भी होते हैं। फिर भी पक्षियों को सुरक्षा देने के बजाय उन्हें नजरअंदाज किया जाता है।

ठंड से बढ़ी परेशानी

डुमरी (गिरिडीह) : कड़ाके की ठंड और शीतलहरी से असहायों लोगों का जीना मुहाल हो गया है। दैनिक मजदूरों, रिक्शा-ठेला चालकों एवं भिक्षाटन कर जीवनयापन करनेवालों को सर्वाधिक परेशानी हो रही है। हालांकि, प्रशासन की ओर से जगह-जगह कंबल वितरण किया जा रहा है लेकिन अभी तक कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। स्वयंसेवी संगठन भी कुछ नहीं कर रहे।

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