खदान क्षेत्र की घेराबंदी रोक संवेदक को बनाया बंधक

संवाद सूत्र भवनाथपुर (गढ़वा) आरएमडी सेल द्वारा खदान क्षेत्र का किए जा रहे घेराबंदी कार्य क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 07:24 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 05:15 AM (IST)
खदान क्षेत्र की घेराबंदी रोक संवेदक को बनाया बंधक
खदान क्षेत्र की घेराबंदी रोक संवेदक को बनाया बंधक

संवाद सूत्र, भवनाथपुर (गढ़वा): आरएमडी सेल द्वारा खदान क्षेत्र का किए जा रहे घेराबंदी कार्य को सरईया, गुड़गांव व घाघरा के आक्रोशित महिला पुरुष ग्रामीणों ने बुधवार को संवेदक नीलू सिंह को बंधक बनाते हुए घेराव कार्य को बंद करा दिया। इस दौरान विस्थापितों ने दिन के 10 बजे से 12 बजे तक घंटे संवेदक को बंधक बनाए रखा। विस्थापितों द्वारा संवेदक को बंधक बनाए जाने की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे सेल सीआईएसएफ के जवान विस्थापितों के आक्रोश को देख वहां से भाग खड़े हुए। इसकी जानकारी मिलने के बाद सीओ संदीप अनुराग टोपनो, थाना प्रभारी सीबी सिंह एवं पुलिस निरीक्षक रामजी महतो दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे तथा विस्थापित ग्रामीणों को किसी तरह समझा कर शांत कराया। साथ ही सेल प्रबंधन एवं विस्थापित संघ के बीच बैठक नही होने तक कार्य बंद किये जाने का आश्वासन देते हुए संवेदक को बंधक मुक्त कराया। संदीप अनुराग टोपनो ने कहा कि विस्थापितों को उनका वाजिब हक दिलाने हेतु राज्य सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर मैं स्वयं सेल प्रबंधन एवं विस्थापित संघ के सदस्यों के साथ बैठक कर वार्ता करूँगा। वार्ता के दौरान विस्थापितों द्वारा सेल प्रबंधन से की जा रही मांग को अग्रेतर कार्रवाई हेतु इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों एवं मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी। उन्होंने कहा कि जब तक इस मामले की हल को लेकर सेल प्रबंधन और विस्थापित संघ के साथ बैठक नही होती तब तक सेल प्रबंधन द्वारा खदान और अधिग्रहित भूमि का घेराव कार्य पूर्ण रूप से बंद रहेगा। मौके पर पहुंचे अधिकारियों से सेल द्वारा विस्थापित ग्रामीण रामविजय साह, मोहन साह, बीरेंद्र साह, आनंद पासवान, जितेंद्र पाठक, रमेश साह, प्रवेश साह, उदय साह, हेमंती देवी, पनवा देवी, कौशल्या देवी, गीता देवी आदि ने कहा कि सेल प्रबंधन साजिश के तहत हमारी जमीन की घेराबंदी कराकर हमलोगों की आजीविका का एक मात्र साधन फसल की पैदावार करने से वंचित कर रही है। खदान क्षेत्र की घेराबंदी के नाम पर हम सभी विस्थापितों के द्वारा कड़ी मेहनत से 22 एकड़ में लगाए गए अरहर और तिल के फसल को खेत में जेसीबी मशीन चलवाकर बर्बाद करा दिया गया। विस्थापितों ने कहा कि अगर सेल प्रबंधन जमीन अधिग्रहण के बदले में नौकरी देने में सक्षम नही है, तो विस्थापितों से अधिग्रहित जमीन को सेल प्रबंधन उन्हें वापस करें।

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